एक बार मौसम ने फिर ली करवट, दिनभर छाया रहा स्मॉग
बुधवार को एक बार पुन मौसम में आए बदलाव का असर जिले के साम
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बुधवार को एक बार पुन: मौसम में आए बदलाव का असर जिले के सामान्य जनजीवन पर नजर आया। तापमान गिरने से हवाओं में ठंडक बढ़ने से लोगों को बेहद परेशानियों से गुजरना पड़ा। दिनभर सूर्य के दर्शन नहीं हुए। वहीं सांय को हल्की बूंदाबादी भी हुई। स्मॉग के कारण दोपहर 2 बजे से ही सांय 6 बजे जैसा ²श्य बना रहा वहीं सांय 6 बजे ही अंधेरा छाने लगा।
बुधवार को जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स 340 दर्ज किया गया। यह पिछले एक सप्ताह में सर्वाधिक एक्यूआइ का स्तर रहा है। इससे पहले इस तरह के हालात नवम्बर के पहले सप्ताह में बने थे। हवाओं में नमी व तापमान गिरने से समस्या बनी रही। बुधवार को हवाओं को हवाओं न चलना भी स्मॉग का कारण माना गया। जिसके चलते पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 21 व न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड का असर बढ़ने, स्मॉग हवाएं रहने से पिछले दिनों की अपेक्षा दादरी नगर के बाजारों, मंडियों, व्यावसायिक स्थानों पर चहल-पहल कम नजर आई। हालांकि देवउठनी एकादशी के कारण बुधवार को जिले में बड़ी संख्या में वैवाहिक आयोजन होने से कुछ बाजारों, मुख्य मार्गों वाहनों के साथ-साथ खरीदारों की भीड़ दिखाई दी। बनी रही परेशानियां
बुधवार को जिले में छाए रहे स्मॉग के कारण पर्यावरण प्रदूषण की समस्या बनी रही। आंखों में जलन होने के साथ-साथ लोगों को सांस लेने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थानीय चिकित्सक व रिटायर्ड सीएमओ डा. एचएल बेनीवाल के मुताबिक स्मॉग व बढ़ती ठंड से बचाव के लिए हम सिर्फ स्वास्थ्य को दुरूस्त रख सकते है। उन्होंने कहा कि स्वाभाविक तौर पर एक्यआइ बढ़ने से प्रदूषण का असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए केवल कोरोना संक्रमण वायरस से जुड़ी बीमारियों के बचाव के लिए ही नहीं बल्कि प्रदूषण से बचाव के लिए भी फेस मास्क अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। वाहनों की रफ्तार पर लगा ब्रेक
बुधवार सुबह से सांय तक घनी स्मॉग छाए रहने से, जल्द शाम को अंधेरा होने के चलते दिन में भी वाहन चालक हेड लाइटें जलाकर सड़कों से गुजरते दिखाई दिए। इससे उनकी रफ्तार भी काफी कम रही।दादरी नगर के कई मुख्य मार्गों, बाजारों में वाहनों की वाहनों कतारें नजर आई तथा कई बार जाम के हालात भी दिखाई दिए। वर्षा की आशंकाएं जताई
मौसम के जानकारों का कहना है तापमान में गिरने, हवाएं रूकने से अगने दो-तीन दिन में वर्षा हो सकती है। बारिश होने के बाद स्मॉग भी घटेगा और प्रदूषण काफी हद तक कम होगा। दादरी जिले के किसानों का कहना है कि फिलहाल बदले मौसम से फसलों को कोई नुकसान नहीं हैं। लेकिन अधिक वर्षा हुई तो सरसो, गेहूं की फसलों को पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।