शादी में न डीजे, न खाना, बचे हुए रुपयों को गोशाला में किया दान
जागरण संवाददाता चरखी दादरी जिले के गांव मोड़ी निवासी पूर्व सैनिक ने बेटे की शादी के अव
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी:
जिले के गांव मोड़ी निवासी पूर्व सैनिक ने बेटे की शादी के अवसर पर बिना आवश्यकता की चीजों पर पैसों का अपव्यय रोकने और दहेज के बिना शादी कर सराहनीय पहल शुरू की है। शादी के अवसर बेवजह के खर्चे से रुपये बचाकर नवदंपति ने गोशाला जाकर गायों को चारा व गुड़ खिलाकर पुण्य का काम किया।
पिछले सप्ताह मोड़ी निवासी राजेंद्र के बेटे जतिन की शादी हुई है। परिवार ने बेहद सरल तरीके से शादी करवाई। उन्होंने शादी के अवसर पर आमतौर पर किए जाने वाले डीजे, प्रतिभोज, गिफ्ट, बारात व इस प्रकार का कोई अनावश्यक खर्चा नहीं किया गया। राजेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ समय पहले दादरी में हुई खाप पंचायत में दहेज न लेने, डीजे बंद करने व दूसरी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए समाज के लोगों ने मिलकर निर्णय लिया था। उसी का अनुसरण करते हुए उन्होंने अपने बेटे की शादी के अवसर पर किसी प्रकार के प्रतिभोज का आयोजन नहीं किया और न ही डीजे बजाया।
उन्होंने 21 लोगों की बारात ले जाकर बिना दहेज के एक रुपया लेकर शादी संपन्न करवाई है। शादी के बाद नवदंपति जतिन व रेनू ने दूसरे खर्चो से बचाये गए पैसों से गोशाला जाकर गायों को चारा और गुड़ खिलाया। राजेंद्र सिंह ने समाज के अन्य लोगों से भी इस प्रकार की पहल का अनुसरण करते हुए समाज से दहेज व दूसरी बुराईयों को मिटाने की अपील की है।