नई शिक्षा नीति से युवाओं का समुचित विकास होगा: प्रो.हरिदत्त कौशिक
प्रो.हरिदत्त कौशिक ने नई शिक्षा नीति की सराहना की है। उन्होंने कहा कि 34 वर्ष बाद भारतीय सिद्धांतों एवं नैतिक मूल्यों पर आधारित यह नई शिक्षा नीति सही मायने में भारतीय शिक्षा में बदलाव राष्ट्र के बदलाव के साथ नए आयाम स्थापित कर पुन विश्व नेतृत्व की ओर अग्रसर होगा।
जागरण संवाददाता, भिवानी : चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति के ओएसडी प्रो.हरिदत्त कौशिक ने नई शिक्षा नीति की सराहना की है। उन्होंने कहा कि 34 वर्ष बाद भारतीय सिद्धांतों एवं नैतिक मूल्यों पर आधारित यह नई शिक्षा नीति सही मायने में भारतीय शिक्षा में बदलाव राष्ट्र के बदलाव के साथ नए आयाम स्थापित कर पुन: विश्व नेतृत्व की ओर अग्रसर होगा। सरकार द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अनुमोदित कर एक स्वागत योग्य ऐतिहासिक एवं प्रशंसनीय कदम उठाया है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का आगाज राष्ट्र को विश्व की प्रमुख शक्ति बनाने में सार्थक सिद्ध होगी। प्रधानमंत्री की विकासपरक सोच के कारण भारत विश्व की प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा है। नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए प्रसिद्ध वैज्ञानिक डा. के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया था। देशभर में नई शिक्षा नीति पर चर्चा एवं विमर्श के साथ लाखों शिक्षाविदों से सुझाव आमंत्रित कर उन गहन विचार विमर्श के उपरांत इसे लागू किया गया है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्चतर शिक्षा से अनुसंधान तक गुणवत्तापूर्ण, संस्कारी एवं रोजगारपरक शिक्षा को महत्व दिया गया है। विद्यार्थियों में उद्यमशीलता एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए व्यवसायिक शिक्षा का प्रावधान किया गया है। शोध एवं अनुसंधान कार्यों एवं परियोजनाओं के लिए बजट की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना नई शिक्षा नीति का महत्वपूर्ण निर्णय है।