सरकार की हठधर्मिता से लंबा खींच रहा आंदोलन : राजसिंह बिरही
केंद्र सरकार की हठधर्मिता और लचर रवैये से किसान आंदोलन लंबा ख
जागरण संवाददाता, भिवानी : केंद्र सरकार की हठधर्मिता और लचर रवैये से किसान आंदोलन लंबा खींचता चला जा रहा है। यह बात सांगवान खाप के बिरही 22 के कन्नी प्रधान राजसिंह बिरही ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सरकार ने बेशक तीन कृषि कानून रद कर दिए हो लेकिन बाकी मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत के लिए आगे नहीं बढ़ रही है जो उसकी सोच दर्शाता है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को साल बीत गया है ऐसे में सरकार को अविलंब बाकी मसले सुलझाने चाहिए। क्रांतिकारी खुदीराम बोस की 132वीं जयंती पर उन्हें याद किया तथा श्रद्धासुमन अर्पित किये गए।
रिटायर्ड कर्मचारी संघ के शब्बीर हुसैन ने कहा कि खुदीराम बोस महान स्वतंत्र सेनानी थे जिन्हें 18 साल की अल्पायु में मुज्जफरपुर जेल में 1908 में फांसी दी गई थी। धरने के 342वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, सर्वजातीय श्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से महाबीर धनाना, चौ. छोटूराम डा. आंबेडकर मंच से बलबीर सिंह बजाड़, युवा कल्याण संगठन से सुभाष यादव, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से शब्बीर हुसैन, महिला किसान मोर्चा से रतनी डोहकी व प्रेम शर्मा कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। धरने का मंच संचालन किसान सभा के कामरेड ओमप्रकाश ने किया।
इस अवसर पर सांगवान कन्नी प्रधान सूरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, राजू मान, रणधीर घिकाड़ा, जागेराम डीपीई, चंद्र सिंह पैंतावास, पृथ्वी सिंह नम्बरदार, जगदीश हुई, देशराम भाण्डवा, भोलू खान, दिलबाग ढुल, नरेन्द्र धनाना, रामानन्द धानक, ईश्वर कौट, सत्यवान कालूवाला, जयपाल जांगड़ा, रमेश शर्मा, ओमप्रकाश प्रजापति, सूबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल, नन्दलाल अटेला, परमजीत फतेहगढ़ व लीला रासीवास इत्यादि शामिल रहे।