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खाद्य पदार्थो की जांच के लिए जिले में शुरू हुई मोबाइल लैब सेवा, मात्र 20 रुपये में होगी जांच

पिछले काफी समय से जिले के बाजारों में मिलावटी खाद्य पदार्थ धड़ल्

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 07:28 PM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 07:28 PM (IST)
खाद्य पदार्थो की जांच के लिए जिले में शुरू हुई मोबाइल लैब सेवा, मात्र 20 रुपये में होगी जांच
खाद्य पदार्थो की जांच के लिए जिले में शुरू हुई मोबाइल लैब सेवा, मात्र 20 रुपये में होगी जांच

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पिछले काफी समय से जिले के बाजारों में मिलावटी खाद्य पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं। मिलावटखोरों द्वारा इतने शातिर तरीके से खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाती है कि उपभोक्ताओं को उसके बारे में पता भी नहीं चलता। लेकिन मिलावट में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल, रंग घटिया क्वालिटी की सामग्री लोगों के स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव डालती हैं। ऐसे में अब लोगों की सेहत से होने वाले खिलवाड़ को रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग व फूड सेफ्टी एंड स्टैंड‌र्ड्स अथारिटी आफ इंडिया, एफएसएसएआइ ने कमर कस ली है।

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खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा अब जिले में मोबाइल लैब का संचालन किया जाएगा। इस मोबाइल लैब में कोई भी व्यक्ति घी, दूध, तेल, आटा, मसालों इत्यादि खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करवा सकेंगे। सरकार द्वारा प्रत्येक टेस्ट की फीस 20 रुपये निर्धारित की गई है। विभाग द्वारा शुरू की गई मोबाइल लैब दादरी जिले में पहुंच चुकी है। सोमवार से लैब जिले के विभिन्न हिस्सों में जाकर खाद्य पदार्थों की जांच करेगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मोबाइल लैब का जिले के विभिन्न हिस्सों में जाने का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल लैब दादरी के बस स्टैंड व अन्य रिहायशी क्षेत्रों के अलावा नागरिक अस्पताल, जिले के विभिन्न गांवों व कस्बे में स्थित सीएचसी व पीएचसी में भी जाएगी। आगामी 2 व 3 नवंबर को मोबाइल लैब दादरी शहर के विभिन्न हिस्सों में मौजूद रहेगी। इन पदार्थों की हो सकेगी जांच - दूध, खोवा, पनीर, दूध से बनी मिठाइयों में एंटीबायोटिक्स, एफ्लाटॉक्सीन,

- दूध में फैट, एसएनएफ व प्रोटीन,

- फ्रूट जूस, एनर्जी ड्रिक्स, सोया दूध, सूप, शहद इत्यादि में सुकरोज की मात्रा,

- पानी में टीडीएस, पीएच लेवल,

- घी में स्टार्च, वनस्पति घी की मिलावट,

- तेल व फैट की जांच,

- नारियल तेल में दूसरे तेल की मिलावट,

- शहद में चीनी के घोल की मिलावट,

- चीनी में चॉक पाऊडर की मिलावट,

- दालों में मिलावटी रंग,

- अनाज व आटे में ज्यादा दलिये की मिलावट,

- हरी सब्जियों पर मैलाकाइट ग्रीन डाई का प्रयोग,

- शकरगंदी पर रोडैमीन बी का प्रयोग,

- कॉफी पाऊडर में रेत का प्रयोग,

- चाय पत्ती में इस्तेमाल की हुई व खराब चाय पत्ती, लोहे के कणों की मिलावट,

- खाद्य पदार्थों में किटाणुओं की जांच। वे किटाणु जिनकी उपस्थिति स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।

- मसालों में स्टार्च, धूल व गंदगी, साबुन के टुकड़े, कृत्रिम रंगों की मिलावट,

- काली मिर्च में पपीता के बीजों की मिलावट,

- साधारण नमक में चॉक पाऊडर की मिलावट,

लाल मिर्च पाऊडर में घुलनशील रंगों की मिलावट,

- सेल्हा चावल में हल्दी की मिलावट। तुरंत आएगी रिपोर्ट : डा. भंवर सिंह

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. भंवर सिंह ने बताया कि मोबाइल लैब में खाद्य पदार्थो में मिलावट की जांच की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मोबाइल लैब में खाद्य पदार्थ जैसे घी, दूध, दुग्ध उत्पाद, मिठाई, तेल, मसाले, आटा, चीनी, चाय पत्ती इत्यादि की जांच करवाई जा सकती है। जिसकी रिपोर्ट तुरंत ही बता दी जाएगी। डा. भंवर सिंह ने बताया कि कोई भी नागरिक मात्र 20 रुपये में जांच करवा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मोबाइल लैब से मिलने वाली रिपोर्ट कानूनी रूप से वैध नहीं होगी।


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