भरी आंखों के साथ बोली नैना, हमारे परिवार के साथ किया जा रहा है षड्यंत्र
झोझू कलां : पार्टी के कुछ लोग अजय ¨सह चौटाला के परिवार को स्व. चौधरी देवीला
संवाद सूत्र, झोझू कलां : पार्टी के कुछ लोग अजय ¨सह चौटाला के परिवार को स्व. चौधरी देवीलाल के संघर्ष से बनी पार्टी से निकाल कर बाहर फैंकना चाहते हैं। इसके लिए उन लोगों ने पिछले दो वर्षो से साजिश रचनी शुरू कर दी थी। अजय ¨सह चौटाला ने पार्टी संठगन को मजबूत करने के लिए 40 वर्ष झौंक दिए। उन्होंने रायमलिकपुर से लेकर चंडीगढ़ तक पैदल चल कर गांव-गांव जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ा है और पार्टी को नया जोश और ताकत दी। हरियाणा की जनता उनकी मेहनत और पार्टी के प्रति समर्पण को भुला नहीं सकती। ऐसे मंसूबे रखने वालों के षड्यंत्र को कभी कामयाब नहीं होने देगी। यह बात डबवाली से इनेलो विधायक नैना ¨सह चौटाला ने झोंझू कलां के स्टेडियम में आयोजित हरी चुनरी की चौपाल में महिलाओं को संबोधित करते हुए कही। जनता के समक्ष रखे कई सवाल
डा. अजय ¨सह चौटाला की कर्मभूमि बाढड़ा हलके के झोंझू कला में पहुंची नैना चौटाला अपने संबोधन के दौरान कई बार भावुक नजर आई। उन्होंने दुष्यंत चौटाला को दिए नोटिस के संदर्भ में कई सवाल जनता के समक्ष रखे। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने गए सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में जनता की आवाज उठाई, क्या देश की सबसे बड़ी पंचायत में जनता की आवाज बुलंद करना अनुशासनहीनता है। दुष्यंत और दिग्विजय ने पार्टी को मजबूत करने के लिए लाखों युवाओं को पार्टी से जोड़ने और छात्र संघ के चुनाव बहाल करवाने के लिए दिन रात काम किया। नैना चौटाला ने कहा कि युवा शक्ति को पार्टी जोड़ना और छात्रों के हितों के लिए संघर्ष करना अनुशासनहीनता है। उन्होंने गोहाना रैली में हुई नारेबाजी का जिक्र भी किया और सवाल पूछा कि क्या अपनी पार्टी और नेता के ¨जदाबाद के नारे लगाना अनुशासनहीनता है, नारे लगाना ही अनुशासनहीनता है तो फिर यह परंपरा तो ताऊ जी के जमाने से चली आ रही है और हर कार्यकर्ता ने इसे आगे बढ़ाया है। फिर दुष्यंत व दिग्विजय ने ऐसा अलग क्या कर दिया कि उन्हें निलंबन का नोटिस थमा दिया गया। छलक आए आंसू
नैना ¨सह चौटाला ने कहा कि कुछ लोग इस प्रकार के नोटिस दिलवा कर उन्हें दबाना चाहते हैं। डबवाली की विधायिका ने कहा कि जनता की आवाज परमात्मा की आवाज होती है। नैना चौटाला ने कहा कि इनेलो नेताओं के जेल जाने से भी ज्यादा आहत हुई हूं। वर्ष 2013 में जब पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला और डा. अजय ¨सह चौटाला के जेल जाने की घटना ने उन्हें हिला कर रख दिया था। इतना कहते हुए नैना चौटाला के आंसू छलक आए।
उन्होंने कहा कि उस घटना से ज्यादा आहत मैं अब पूरी तरह से अनुशासित और पार्टी के लिए दिन-रात एक करने वाले दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से निकालने का नोटिस बारे पता चला तो वह अंदर तक टूट गई। उन्होंने हरी चुनरी की चौपाल में उपस्थित महिलाओं से समर्थन मांगते हुए कहा कि आप अपना समर्थन दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला के साथ बनाए रखें ताकि इनेलो पार्टी और संगठन को और मजबूती मिले। उन्होंने कहा कि महिलाएं लोकतंत्र में अपनी ताकत को कम न आंके और अपनी मनचाही इनेलो की सरकार बनाने के लिए दिन-रात संगठित होकर मेहनत करें। नैना चौटाला ने कहा कि चौ. ओमप्रकाश चौटाला संगठन और परिवार के मुखिया हैं, उनका नेतृत्व और दिशा-निर्देश हमें सदा मंजूर है और हमेशा रहेगा। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी राजेंद्र लितानी, शीला भ्यान, विधायक राजदीप फोगाट, विधायक अनूप धानक, पूर्व विधायक धर्मपाल ओबरा, नरेश द्वारका, अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान बबीता फोगाट, राजेश सरपंच झोझू, ओमधारा श्योराण, लक्ष्मी बलौदा, सज्जन बलाली, मास्टर टेकराम आर्य, बीनू सांगवान मंदौला, डा. विजय सांगवान मंदौला, रब्बू पंवार, रामफल कादमा, विजय गोठड़ा, वजीर मान, सुरेंद्र राठी, संतरा झोझू, तारावती मंदौला, संदीप काकड़ौली, विजय इनसो, शकुंतला द्वारका, रिशाल धनासरी, जिला पार्षद धनपति समसपुर, सूरज बेनीवाल, बबलू चौधरी, कैलाश शर्मा, भूपेंद्र खेड़ी, दिनेश गोठड़ा, धुर्व सांगवान, रामनिवास मिर्च, कुलदीप सरपंच, रविंद्र, संजीव चरखी, आनंद बडराई, होशियार ¨सह कादमा, राजेश अटेला, रमेश लांबा, आनंद महराणा, वीरेंद्र पप्पू, रविंद्र खेड़ी बुरा, सूरजभान कलियाणा, धर्मबीर पिचौपा, राजेंद्र हुई, सोहन रूदडोल, विजय गोपी, जेपी छिल्लर, प्रदीप छिल्लर, अत्तर ¨सह पालडी, नरेश बिगोवा, सुरेश इमलोटा, देवेंद्र बिगोवा, रमन, जीतू दूधवा इत्यादि उपस्थित रहे।