मिड-डे मील वर्करों ने किया शहर की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन
शहर की सड़कों पर रविवार को मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के आह्व
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर की सड़कों पर रविवार को मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर जिलेभर की महिला वर्करों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी मिड-डे मील वर्करों ने महम रोड स्थित सांसद आवास पर पहुंच कर 16 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। मिड डे मील वर्कर यूनियन की संतोष देशवाल व सुदेश ने कहा कि 2009 से केन्द्र सरकार की मिड डे मील योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूलों में महिला वर्करों को मात्र एक हजार रुपये के मेहनताने पर लगाया हुआ है। इतने कम मेहनताने के बावजूद भी उन्हें साल में दस माह ही काम दिया जा रहा है। दोनों ही यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार से अनेक बार संगठन की वार्ता हुई, मगर हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर इन कर्मचारियों की उपेक्षा का रास्ता निकाल मांगों को अनदेखा कर देती है। उन्होंने कहा कि मिड डे मील वर्करों के मेहनताने का तुरंत भुगतान किए जाने के साथ-साथ इन्हें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग उठाई। इसके अलावा साल में बारह मास 18 हजार रुपये के न्यूनतम वेतन दिए जाने, 45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू किए जाने, किसी भी मिड डे मील वर्कर को नहीं हटाए जाने, सभी स्कूलों में किचन शेड स्टोर और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराए जाने की मांग की। महिला वर्करों को पहचान पत्र जारी किए जाने सहित अनेक मांगे शामिल की गई हैं। प्रदर्शनकारी वर्करों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो एक बार फिर प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।