नशीले पदार्थो से आती है मानसिक विकृति : वसुधा
जागरण संवाददाता चरखी दादरी शराब और तंबाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानि
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
शराब और तंबाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। नशा व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तथा आर्थिक रूप से नष्ट कर देता है। यह बात नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत रविवार को गांव कान्हड़ा, दगड़ौली, गोकल, रामबास में ब्रह्मकुमारीज संस्था की झोझू कलां, कादमा प्रभारी ब्रह्मकुमारी वसुधा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही।
गौरतलब है की नशा मुक्ति अभियान महामहिम राज्यपाल हरियाणा के निजी सचिव विजय दहिया, जिला उपायुक्त अजय तोमर एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के राज्य शाखा सचिव डीआर शर्मा के निर्देशन में ब्रह्मकुमारी संस्था के सहयोग से चरखी दादरी जिले में चल रहा है। इसका समापन 26 फरवरी को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झोझू कलां में होगा। ब्रह्मकुमारी वसुधा ने ग्रामीणों को कहा नशीले पदार्थों के सेवन से आनंद की अनुभूति कुछ समय होती है लेकिन थोड़े समय में यह दुख एवं पीड़ा में बदल जाती हैं। इनके सेवन के बाद झूठ, ठगी, चोरी की आदतें भी शुरू हो जाती है जो समाज उत्थान में बाधक है। ब्रह्मकुमारी बहन ने कहा कि आज मानव भौतिक साधनों की तरफ इतना बढ़ गया है जिससे दुख और अशांति उसके चारों तरफ रहती है। जिसके कारण वह हमेशा मानसिक तनाव में रहता है। इसी कारण वह बीड़ी, सिगरेट, शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन केवल मात्र कुछ समय की शांति के लिए करता है, लेकिन इन व्यसनों के सेवन से अनेक प्रकार की शारीरिक व मानसिक बीमारियों से परेशान होते हैं। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी पूजा ने चित्रों के माध्यम से समझाया कि नशे का प्रभाव अपने बच्चों पर भी पड़ता है। क्योंकि जो कर्म हम करेंगे हमें
देख वह भी करेंगे, इसलिए हमें अपने बच्चों को इन नशीले पदार्थों से दूर रखना है तो हमें खुद को दूर करना होगा। ब्रह्मकुमारी ने स्वयं को आत्मा समझ परमपिता परमात्मा से अपना संबंध जोड़ मन को शांत और तनाव मुक्त करने का सहज साधन राजयोग मेडिटेशन को बताया। ब्रह्मकुमार पवन ने अपने अनुभव के द्वारा बताया कि मेडिटेशन से हम व्यसन से सहज मुक्ति पा सकते हैं। गांव दगड़ौली के सरपंच सुरेंद्र ¨सह ने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्था का समाज को नशा मुक्त बनाने का संकल्प अवश्य ही सफल होगा। इस मौके पर ब्रह्माकुमार चंद्रभान ने अपने गीत के माध्यम से व्यसनों से मुक्ति का रास्ता बताया। अभियान के दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने बीड़ी सिगरेट शराब छोड़ने का संकल्प लिया। इस दौरान धर्म कुमार, धर्मबीर, भगवत प्रसाद, टेकचंद, दीपक कादमा, सूरज प्रकाश झोझू इत्यादि का सहयोग रहा।