बाजारे की खरीद धीमी, किसानों में रोष
संवाद सहयोगी तोशाम तोशाम अनाज मंडी में बाजरे की खरीद प्रक्रिया धीमी गति से चलने के कारण
संवाद सहयोगी, तोशाम
तोशाम अनाज मंडी में बाजरे की खरीद प्रक्रिया धीमी गति से चलने के कारण किसानों में रोष बना हुआ है। अगर बाजरे की खरीद रफ्तार नहीं बढ़ाई गई तो किसान बाजरे को मंडी में बेचने से वंचित रह जाएंगे, जिससे किसान को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। मंडी में हर रोज बाजरे की खरीद के लिए 100 से 105 किसानों के पास फोन में मैसेज आते हैं और ये किसान अपना बाजरा लेकर मंडी में पहुंचते हैं जबकि तोशाम अनाज मंडी में लगभग 12 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन किया हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के जिला उपप्रधान सुरेंद्र सिंह कालीरामण ने बताया कि तोशाम अनाज मंडी में 400 से अधिक किसानों का बाजरा प्रतिदिन खरीदा जाना चाहिए। तोशाम में अनाज मंडी में जिस गति से बाजरा खरीदा जा रहा है उससे तो किसानों के बाजरे की खरीद नहीं हो सकेगी और किसानों को मजबूरी में अपनी बाजरे की फसल औने पौने दामों में देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरसों व गेहूं की तरह हर रोज तीन चार गांव के बाजरे की खरीद की जानी चाहिए ताकि किसानों को परेशानी ना हो और किसानों का बाजरा सरकारी खरीद से खरीदा जाए। तोशाम अनाज मंडी में कपास खरीद केंद्र बनाने की मांग किसानों ने तोशाम अनाज मंडी में कपास की फसल का खरीद केंद्र बनाने की मांग की है। किसान दीपक, सुरेन्द्र छपार, कृष्ण कुमार, राजेश गारनपुरा,अशोक आदि किसानों ने कहा कि तोशाम अनाज मंडी में कपास की खरीद शुरू होनी चाहिए। मंडी में कपास की बिक्री नहीं होने के कारण किसान कपास की फसल 5 हजार से 5100 रूपए में बेचने पर मजबूर हो रहे हैं। क्या कहते है अधिकारी खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग में निरीक्षक एवं खरीद प्रक्रिया के नोडल अधिकारी पवन कुमार ने बताया कि तोशाम अनाज मंडी में किसानों का बाजरा व मूंग की खरीद का कार्य सुचारू ढंग से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अनाज मंडी में अब तक 1034 किसानों का 28054 क्विटल बाजरा खरीदा जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 145 किसानों के 2107 क्विटल मूंग की भी खरीद की गई है। बाजरा 24 हजार क्विटल तथा मूंग 1800 क्विटल लिफ्टिग का कार्य भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि खरीद प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि किसानों को अपने उत्पाद बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए मैसेज के माध्यम से बिक्री की तिथि सहित किसान का पूरा ब्योरा दिया जा रहा है। कैप्शन- सुनी पड़ी तोशाम अनाज मंडी। जागरण