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राजस्थान से सटे गांव जगरामबास में दिखी टिड्डियां तो कृषि अधिकारी तुरंत पहुंचे गांव

राजस्थान में कहर बरपाने के बाद टिड्डी दल ने हरियाणा के सीमावर्ती गांवों में भी अपनी दस्तक दे दी है। लोहारू क्षेत्र में भले ही अभी यह नुकसान पहुंचाने वाले दल के रूप में नहीं आई हैं फिर भी कृषि विभाग ने एहतियात बरतते हुए किसानों को अलर्ट जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 07:10 AM (IST)
राजस्थान से सटे गांव जगरामबास में दिखी टिड्डियां तो कृषि अधिकारी तुरंत पहुंचे गांव
राजस्थान से सटे गांव जगरामबास में दिखी टिड्डियां तो कृषि अधिकारी तुरंत पहुंचे गांव

संवाद सहयोगी, लोहारू/ ढिगावा मंडी (भिवानी): राजस्थान में कहर बरपाने के बाद टिड्डी दल ने हरियाणा के सीमावर्ती गांवों में भी अपनी दस्तक दे दी है। लोहारू क्षेत्र में भले ही अभी यह नुकसान पहुंचाने वाले दल के रूप में नहीं आई हैं, फिर भी कृषि विभाग ने एहतियात बरतते हुए किसानों को अलर्ट जारी कर दिया है। दल से भटकते हुए कुछ टिड्डियां जगराम बास गांव में देखी गई। इस पर कृषि विभाग ने तत्काल गांव का दौरा किया।

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लोहारू से तीन किमी दूर राजस्थान सीमा के गांव जगराम बास के किसान रणबीर तथा ओमप्रकाश ने शुक्रवार को उपमंडल कृषि कार्यालय में आकर सूचना दी कि उनके गांव में टिड्डियां पहुंच गई। इस पर कृषि विभाग हरकत में आया और किसानों के साथ ही खंड कृषि अधिकारी डा. रणसिंह, कृषि विकास अधिकारी डा. दीपक, डा. जोगेंद्र, डा. सुरेंद्र दलाल तथा डा. मनोज की टीम रवाना हो गई।

डा. जोगेंद्र ने बताया कि वहां किसानों ने बताया कि उन्होंने कुछ टिड्डियां देखी हैं। इधर-उधर उन्हें पांच-सात टिड्डियां पड़ी मिलीं। इससे पता लगा कि अभी लोहारू उपमंडल में नुकसान पहुंचाने वाले दल के रूप में टिड्डियां नहीं आई। ये कुछ टिड्डियां दल से भटकते हुए आ गई। उन्होंने बताया कि इस तरह से भटकते हुए आई टिड्डियां नुकसान नहीं पहुंचा सकती। दल में आई हुई टिड्डियां ही फसल को चट कर जाती हैं। अभी यह दल महेंद्रगढ़ जिले के राजस्थान से सटे गांवों में जरूर आ चुका है। इसलिए यदि हवा का रूख लोहारू की ओर हो गया तो यह दल इधर भी आ सकता है। लेकिन अभी घबराने या चिता वाली बात नहीं है। टिड्डियों से बचाव के लिए कृषि विभाग ने पूरे इंतजाम कर रखे हैं।

उन्होंने बताया कि टिड्डियों का मारने के लिए जरूरी केमिकल क्लोरपाइरीफॉस छिड़काव के लिए क्या कृषि विभाग ने सरपंचों या किसानों को मुहैया करा रखा है, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी तो किसानों को बाजार से या लोहारू लघु सचिवालय के सामने हरियाणा बीज विकास निगम की दुकान से खरीदना ही पड़ेगा। कृषि अधिकारियों के अनुसार ये हैं टिड्डियों से बचाव के उपाए

- टिड्डी दल दिखाई देने पर किसान पीपों, ढोल, थाली आदि बजानी शुरू कर दें। शोर से टिड्डियां भाग जाएंगी।

- एक लीटर पानी में दो एमएल क्लोरपाइरीफॉस मिलाकर स्प्रे करें। इससे टिड्डियां मर जाएंगी।

- टिड्डियां रात के समय नहीं उड़ती। इसलिए ये शाम को 6 से 7 बजे के बीच एक जगह पर डेरा डाल लेती हैं। उस वक्त ध्यान देना चाहिए।

- सभी किसान पूरी तरह चौकन्ने रहें। दल को अपने क्षेत्र में बैठने ना दें।


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