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सरसों और गेहूं की लिफ्टिग और भुगतान में देर पर व्यापारियों ने जताया रोष, आज एसडीएम से मिलेंगे

फोटो 25 बीडब्ल्यूएन 32 जेपीजी संवाद सहयोगीलोहारू स्थानीय अनाजमंडी परिसर में सरकारी स

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Apr 2019 12:14 AM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 12:14 AM (IST)
सरसों और गेहूं की लिफ्टिग और भुगतान में देर पर व्यापारियों ने जताया रोष, आज एसडीएम से मिलेंगे
सरसों और गेहूं की लिफ्टिग और भुगतान में देर पर व्यापारियों ने जताया रोष, आज एसडीएम से मिलेंगे

फोटो : 25 बीडब्ल्यूएन 32 जेपीजी

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संवाद सहयोगी,लोहारू :

स्थानीय अनाजमंडी परिसर में सरकारी समर्थन मूल्य पर चल रही सरसों और गेहूं की खरीद के दौरान खरीदी गई फसल की लिफ्टिग की गति धीमी होने और खरीदी गई फसल का कई दिनों से भुगतान नही होने पर अनाजमंडी के अनेक आढ़तियों ने नाराजगी जाहिर की है। यहीं नही व्यापारियों का कहना है कि जब वे इसकी शिकायत लेकर हैफेड कार्यालय के कर्मचारियों से बातचीत करते हैं तो भी समाधान की बजाए व्यापारियों से दु‌र्व्यवहार पर आतुर हो जाते हैं। व्यापारियों उक्त मामलों को लेकर शुक्रवार को एसडीएम लोहारू से मिलने की बात कही है।

बता दें कि लोहारू अनाजमंडी में सरकारी समर्थन मूल्य पर सरसों और गेहूं की खरीद चल रही है। अब तक गेहूं की करीब 89 हजार क्विंटल और सरसों की करीब 60 हजार क्विंटल से अधिक खरीद हो चुकी है। जबकि मंडी में गेहूं और सरसों की आवक अब भी जोरों पर है। बृहस्पतिवार को अनाजमंडी के आढ़ति प्रकाश शर्मा, निरंजन तायल, फूलचंद अग्रवाल, सुभाष गोयल, विजय अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, आकाश स्वामी, रवि कुमार, बलवान सिंह, रामबिलास सहित अनेक आढ़तियों ने कहा कि एक तो गेहूं की सरसों की आवक जोरों पर है और ऊपर से प्रशासन द्वारा लिफ्टिग में ढिलाई बरती जा रही है। जिससे के करण अनाजमंडी में व्यापारियों और किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऊपर से एक एक सप्ताह बीत चुका है, खरीदी गई फसल का भुगतान तक नही किया गया। जबकि सरकार 72 घंटे में भुगतान का दावा करती है। आढ़तियों का आरोप है कि जब वे इस बारे में हैफेड के अधिकारियों और कर्मचारियों से शिकायत करते हैं तो उनके साथ दु‌र्व्यवहार किया जाता है। उन्होंने बताया कि वे इस पूरे मसले के समाधान के लिए शुक्रवार को एसडीएम लोहारू से मुलाकात करेंगे।

इस बारे में हैफेड मनेजर संतुराम से बातचीत करनी चाहिए तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। हैफेड के अकाउंटेंट सुमेर सिंह ने बताया कि ट्रक कम मिल रहे हैं, जिसके कारण लिफ्टिग धीमी है। इसे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने भुगतान में देरी की बात स्वीकारी और कहा कि उसमें भी तेजी लाई जाएगी। जबकि व्यापारियों के साथ दु‌र्व्यवहार करने संबंधी बात को सिरे से नकार दिया।


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