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जगरामबास हत्याकांड में अब दोनों पक्षों का होगा लाइव डिटेक्टिव टेस्ट

पीड़िता ने पीएमओ में की थी शिकायत, एएसपी ने मौके पर पहुंच लिए थे बयान पवन शर्मा, बाढड़

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 12:14 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 12:14 AM (IST)
जगरामबास हत्याकांड में अब दोनों पक्षों का होगा लाइव डिटेक्टिव टेस्ट
जगरामबास हत्याकांड में अब दोनों पक्षों का होगा लाइव डिटेक्टिव टेस्ट

पीड़िता ने पीएमओ में की थी शिकायत, एएसपी ने मौके पर पहुंच लिए थे बयान पवन शर्मा, बाढड़ा :

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गांव जगरामबास में भूमि विवाद में गोली लगने से मृतक किसान सोमबीर ¨सह की हत्या मामले को लेकर प्रदेश पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। मृतक किसान की पत्नी द्वारा पीएमओ में शिकायत करने के बाद हरकत में आई प्रदेश पुलिस ने जींद के एएसपी को बाढड़ा पुलिस स्टेशन व गांव जगरामबास के घटनास्थल पर भेज कर दोनों पक्षों की गोपनीय सुनवाई रिपोर्ट मिलते ही हिसार के आईजी ने पीड़िता के बयान दर्ज कर मामले में आरोपी बनाए गए लोगों को लाइव डिटेक्टिव टेस्ट करवाने की कार्यवाही शुरू कर दी है।

पुलिस विभाग के आला अधिकारी मामले की तह तक जाने के लिए हर प्रकार के कदम उठाने के लिए सचेत नजर आ रहे हैं। हिसार पुलिस महानिरीक्षक आइजी अमिताभ ¨सह ढिल्लों ने जगरामबास में 14 अक्टूबर को डबल मर्डर कांड में मृतक सोमबीर ¨सह की विधवा दर्शना देवी को बुला कर उस दिन के घटनाक्रम व जींद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय¨सह शेखावत द्वारा बाढड़ा पुलिस स्टेशन व घटनास्थल पर की गई जांच से मिलान करवाया है।

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ग्रामीणों से मांगें सभी सबूत

जगरामबास निवासी सोमबीर हत्याकांड में उनकी विधवा दर्शना द्वारा सीएम कार्यालय, डीजीपी हरियाणा व आइजी रोहतक सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के आदेश के बावजूद पुलिस ने मौजूदा प्राथमिकी में किसी तरह के फेरबदल करने से साफ इंकार करने व जांच के नाम पर कोई नया कदम नहीं उठाने पर पीड़ितों में अब केवल पीएमओ पर ही न्याय की अंतिम उम्मीद टिकी है।

पीएमओ कार्यालय में शिकायत पहुंचते ही केंद्र व प्रदेश सरकार का गृहमंत्रालय हरकत में आया तो प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने स्वयं जांच करने के लिए जींद के एएसपी को पूरी जांच करने के बाद संबंधित रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया। एएसपी ने एक फरवरी को पुलिस उप अधीक्षक, ग्राम पंचायत व अन्य घटना से संबंधित सभी पक्षों को अपने स्तर पर कोई भी जानकारी लिखित, मौखिक, वीडियो सामग्री पेश करने की अपील की। विवाद होने की संभावना पर अंतिम समय में दोनों ही पक्षों को पुलिस स्टेशन पहुंचने का आदेश दिया गया, लेकिन एक ही पक्ष पहुंचा तो एएसपी ने गांव पहुंच कर फरियादी दर्शना से मुलाकात की। उनकी रिपोर्ट पर अब आईजी हिसार ने दोनों पक्षों को लाइव डिटेक्टिव जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।

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एफआईआर दर्ज न होने पर जताया रोष

पीड़िता दर्शना देवी ने बताया कि दूसरे पक्ष के कमल¨सह व उनके परिवार के लोगों ने एक आरटीआइ के कारण उनसे पुरानी रंजिश रखते हैं और इसी कारण उनके पति की हत्या की है। 14 अक्टूबर रविवार को पीड़िता और उनके पति सोमबीर ¨सह अपने खेत में नरमा एकत्रित कर रहे थे उसी समय कमल¨सह व मदन ¨सह के मध्य भूमि जुताई को लेकर झगड़ा शुरु हो गया। पीड़िता ने बताया कि उनके बीच बचाव करवाने गए उनके पति सोमबीर को कमल¨सह ने अपनी लाईसेंसी बंदूक से तीन से चार गोलियां मार दी जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। उसको लेकर उपचार के लिए अस्पताल ले गई जहां उनकों मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके ससुर की पहले ही मौत हो चुकी है और पिता की मौत के बाद वह और उनकी सास के अलावा सात से आठ वर्ष के दो बच्चों के साथ भय के साऐ में जा रही है जबकि पुलिस की मिलीभगत अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गोली का शिकार हुए किसान सोमबीर ¨सह की हत्या का मामला अब तक दर्ज नहीं किया बल्कि भूमि विवाद में उनका नाम शामिल कर कर मामले को रद्दी की टोकरी में डालना चाहती है। इन सभी बातों को लेकर उसने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, प्रदेश पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिदेशक अपराध, को पत्र भेजकर न्याय दिलवाने की अपील भी की लेकिन हर जगह निराशा हाथ लगी जिससे मजबूर होकर अब उन्होंने पीएमओ की शरण लेनी पड़ी।


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