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राज्य सरकार की नई पहल, पंचायतें बनेंगी आत्मनिर्भर

सुरेश मेहरा, भिवानी: नई पहल सिरे चढ़ी तो भविष्य में पंचायतें आत्मनिर्भर हो जाएंगी। इसके लि

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 11:09 AM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 11:09 AM (IST)
राज्य सरकार की नई पहल, पंचायतें बनेंगी आत्मनिर्भर
राज्य सरकार की नई पहल, पंचायतें बनेंगी आत्मनिर्भर

सुरेश मेहरा, भिवानी: नई पहल सिरे चढ़ी तो भविष्य में पंचायतें आत्मनिर्भर हो जाएंगी। इसके लिए प्रदेश सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। गोबर्धन योजना के तहत गांवों में बायोगैस प्लांट लगाए जाएंगे। इससे बनने वाली गैस और खाद पंचायत की आमदनी बढ़ाएंगे। इस कदम से गांवों का पशुधन सीधे रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। प्रदेश भर में 6205 पंचायतें हैं जिनको आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। पहले चरण में प्रत्येक जिले से एक-एक पंचायत इस योजना में शामिल किया गया है। इसके बाद बाकी पंचायतों को भी इससे जोड़ा जाएगा। यूं कहा जा सकता है कि योजना सिरे चढ़ी तो वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश भर की पंचायतें आत्मनिर्भर हो जाएंगी। --पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने को यह है योजना पंचायत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन निर्माण के अंतर्गत गांवों में गोबर्धन योजना के तहत बायोगैस प्लांट लगाए जाएंगे। इस योजना से यहां अभिप्राय गोबर से नहीं है बल्कि जैविक जैव कृषि के प्रति प्रेरित करना है। गांवों में लगने वाले बायो गैस प्लांट के लिए 10 लाख रुपये तक का प्रावधान है। ज्यादा खर्च होता है तो पंचायत पीआरआइ, मनरेगा, दान आदि के माध्यम से कर सकती हैं। --गांव का पशुधन सीधे रोजगार से जोड़ने की तैयारी इस योजना के माध्यम से सीधे सीधे गांव के पशुधन को सीधे रोजगार से जोड़ना है। गांव में पशुधन रखने वाले पशुपालकों के लिए पशुओं का गोबर भी आय का जरिया बनने लगेगा। इसके अलावा गांवों को साफ सुथरा बनाने में भी यह योजना कारगर साबित होगी। ग्रामीणों को इस बारे में जागरूक भी किया जा रहा है। वहीं ठोस कचरा प्रबंधन पर पर जिन पंचायतों में राशि खर्च हो सकती है उनमें गोबर्धन स्कीम से लाभ नहीं मिल सकेगा ---जिला स्वच्छ भारत मिशन प्रबंधन कमेटी की जल्द बैठक जिला स्तर पर पंचायतों की लिस्ट तैयार कर आला अधिकारियों को जल्द भेजी जाएंगी। इससे पहले प्रदेश भर में प्रत्येक जिला से इस योजना में एक-एक पंचायत को शामिल किया गया है। इसके बाद अगला कदम दूसरी पंचायतों को इस योजना से जोड़ने का है। --जिला स्वच्छ भारत मिशन प्रबंधन कमेटी की रिपोर्ट को फाइनल रूप देगी राज्य समिति विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिला स्वच्छ भारत मिशन प्रबंधन कमेटी की रिपोर्ट को फाइनल रूप पंचायत विभाग की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति देगी। इसकी बैठक दिसंबर माह में होने की उम्मीद है। राज्य सलाहकार समिति की बैठक में जिला कमेटी की रिपोर्ट पर मंथन होगा। जिला स्तर की कमेटियों से जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी गई है। ---गोबर्धन योजना का यह है उद्देश्य गोबर्धन योजना के तहत बायोगैस प्लांट लगाकर इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़े को कम कर स्वच्छता को बढ़ावा देना। कैमिकल खाद की बजाय जैविक खाद को बढ़ावा देना। किसानों की आय बढ़ाना। प्रकृति के अनुरूप ऊर्जा को बढ़ावा देना। स्थानीय महिलाओं, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना। बायोगैस का वितरण बढ़ाना। पंचायतों को सक्ष्म बनाने में अहम साबित होगी योजना पंचायतों में बायो गैस प्लांट लगाने की योजना कारगर साबित होगी। इससे गांवों में जहां साफ सफाई बढ़ेगी वहीं पंचायतों की आमदनी बढ़ाने में भी अहम साबित होगी। इस तरह की योजना के माध्यम से पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम बढ़ाए जा रहे हैं। पंचायतों इन योजनाओं को अपने गांवों में लागू करें और पंचायत को आत्मनिर्भर बनाने की तरफ कदम बढ़ाएं।

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---सतीश कुमार, डीपीएम

भिवानी।


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