रोजगार की आस में कंपा देने वाली ठंड में सड़क पर बैठने को मजबूर हैं बर्खास्त पीटीआइ
लगभग दो वर्षो से रोजगार की आस में संघर्षरत बर्खास्त पीटीआइ ठंड में भी सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार उनकी बहाली की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। यहां तक विकास का दिखावा करने वाली भाजपा ने प्रदेश में बेरोजगारी दर बढ़ाने का ही काम किया है। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआइ को संबोधित करते हुए सतीश प्रहलादगढ़ ने कही।
जागरण संवाददाता, भिवानी : लगभग दो वर्षो से रोजगार की आस में संघर्षरत बर्खास्त पीटीआइ ठंड में भी सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार उनकी बहाली की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। यहां तक विकास का दिखावा करने वाली भाजपा ने प्रदेश में बेरोजगारी दर बढ़ाने का ही काम किया है। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआइ को संबोधित करते हुए सतीश प्रहलादगढ़ ने कही। बहाली की मांग को लेकर जारी बर्खास्त पीटीआइ का धरना मंगलवार को 582वें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए सतीश प्रहलादगढ़ ने कहा कि अच्छे दिनों का वायदा कर सत्ता में आई भाजपा सरकार ने लोगों के बुरे दिन शुरू कर दिए। युवाओं को रोजगार देना तो दूर पिछले दस वर्षो से सरकार की सेवा करते हुए अपने परिवार का पेट पालने वाले पीटीआइ को बेरोजगार बनाकर उनके घरों का चूल्हा बुझाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआइ विभिन्न तरीकों से धरने-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को पीटीआइ से किया हुआ वायदा याद दिलाने की कोशिश कर चुके हैं। ऐसा लगता है मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनता की परेशानियों को अनदेखा कर रहे हैं। भाजपा शासनकाल में हर वर्ग अपने हितों की लड़ाई को लेकर सड़कों पर है। प्रदेश के मुखिया को झूठा, ढिढ़ोरा पीटने से ही फुरसत नहीं मिलती। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ही उनकी बहाली नहीं हुई तो वे प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। मंगलवार को क्रमिक अनशन पर विनोद सांगा, मदनलाल सरोहा, उदयभान, बिजेंद्र कुमार रहे। इस अवसर पर जिला प्रधान सोमदत्त शर्मा, जिला महासचिव विनोद पिकू, हरीश गोच्छी, जयपाल ढ़ाणीमाहु, अमरनाथ धनाना, सुरेंद्र घुसकानी, अमित, विक्रम सिंह, सुनील गोलपुरिया, परमहंस चौपड़ा सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।