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एनएच 334बी पर बने अवैध कट, धुंध के मौसम में बढ़ा हादसों का अंदेशा

दादरी नगर के साथ लगते नेशनल हाईवे 334 बी पर सफर करना खत

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 09:45 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 09:45 PM (IST)
एनएच 334बी पर बने अवैध कट, धुंध के मौसम में बढ़ा हादसों का अंदेशा
एनएच 334बी पर बने अवैध कट, धुंध के मौसम में बढ़ा हादसों का अंदेशा

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी नगर के साथ लगते नेशनल हाईवे 334 बी पर सफर करना खतरों से खाली नहीं है। दिल्ली बाईपास से लेकर महेंद्रगढ़ चौक तक के करीब चार किलोमीटर के सफर में यहां एक दर्जन से अधिक ऐसे कट बने हुए है जहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। दैनिक जागरण ने नेशनल हाईवे 334 बी का जायजा लिया तो एक दर्जन जगहों पर अवैध कट मिले। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और एनएचएआइ पर है।

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दिल्ली बाईपास से लेकर कालेज रोड, महेंद्रगढ़ चुंगी, नई सब्जी मंडी के सामने, पोर्टा होटल के सामने, महेंन्द्रगढ़ चौक तक 10 जगहों से ग्रिलें भी टूटी हुई है तथा कुछ जगहों से बिल्कुल नदारद है। कुछ जगह ग्रिल टूटी या टेढ़ी मिली, जिन्हें देखकर लग रहा था कि किसी वाहन के भिड़ने से टूटी है। लेकिन जो ग्रिल गायब हुई हैं। वो कहां गई? इसकी जानकारी किसी के पास भी नहीं है। मतलब एक बार जो ग्रिल हादसे से उखड़ गई, उसे दोबारा नहीं लगाया गया।

कट्स होने की वजह से वाहन चालक अकसर यहां से हाईवे पर आते हैं। दूसरी ओर से आ रहे वाहन चालक को न तो कट की जानकारी होती, न ही उन्हें यह पता होता कि वहां से कोई वाहन हाईवे पर आ सकता है। ऐसे में यदि अचानक कोई वाहन हाइवे पर आ जाता है तो टक्कर लगनी तय है। धुंध के मौसम में बढ़ा और भी संकट

मुख्य मार्गों, नेशनल हाइवे पर जगह-जगह बने अवैध कट, टूटी ग्रिल इत्यादि के चलते इन दिनों धुंध छाए रहने के दौरान हादसों का संकट और भी अधिक बढ़ जाता है। विशेषकर धुंध के कारण ²श्यता काफी कम होने के चलते सुबह, सायं, रात को इस वजह से दुर्घटनाओं का अंदेशा अधिक रहता है। पिछले सालों की धुंध व कोहरा छाए रहने के दौरान सड़कों पर बने अवैध कट, टूटी ग्रिल से दादरी जिले में कई गंभीर हादसे हो चुके है। टूटी ग्रिल खतरनाक

यहां बेसहारा पशु भी किसी भी वक्त हाइवे पर आ सकते हैं। ग्रिल इसलिए होती है कि कोई पैदल चलने वाला हाईवे पर न आए। लेकिन जगह-जगह ग्रिल टूटी हुई है। लेकिन हाइवे अथारिटी द्वारा इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया है। रोड सेफ्टी विशेषज्ञों का कहना है कि इस ओर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि सुरक्षा के लिहाज से यह इंतजाम बहुत ही जरूरी है।


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