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ब्लैक फंगस का लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच करवाना जरूरी

कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके व्यक्ति को यदि खुद में ब्लैक फ

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 08:34 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 08:34 AM (IST)
ब्लैक फंगस का लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच करवाना जरूरी
ब्लैक फंगस का लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच करवाना जरूरी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके व्यक्ति को यदि खुद में ब्लैक फंगस का कोई भी लक्षण दिखाई देता तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क कर अपनी जांच जरूर करवाए। उपायुक्त अमरजीत सिंह मान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।

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उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति ठीक होने के बाद भी अपने स्वास्थ्य की मानिटरिग करते रहे। कोरोना के गंभीर संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति को यदि ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना से बचाव के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, इसलिए संक्रमित मरीजों को चिकित्सा अधिकारियों के दिशा-निर्देशों की पालना करनी होगी, तभी बीमारी से बचाव हो सकता है। महामारी के दौर में शुरू हुई इस नई बीमारी ब्लैक फंगस से बचाव को लेकर जिलावासियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताए एहतियात जरूर बरतने चाहिए, ताकि ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचाव हो सके। बीमारियों से प्रभावित मरीज रखें विशेष ध्यान : सीएमओ

सिविल सर्जन डा. सुदर्शन पंवार बताया कि म्यूकर माइकोसिस इंफेक्शन अर्थात ब्लैक फंगस एक गंभीर बीमारी है, जो संक्रमित व्यक्ति के शरीर में अंदर तेजी से फैलती है। उन्होंने बताया कि यदि व्यक्ति को कैंसर, डायबिटीज, हार्ट, अस्थमा और टीबी जैसी घातक बीमारियों के साथ-साथ कोरोना की बीमारी भी है तो उन्हें ब्लैक फंगस की बीमारी से ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है। ब्लैक फंगस मरीज के दिमाग, फेफड़ों, स्किन पर सीधे अटैक करता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण विकसित हो रही ब्लैक फंगस बीमारी से बचाव के लिए मरीज ब्लड ग्लूकोज पर नजर अवश्य रखें। साथ ही स्टेरायड के इस्तेमाल में समय व डोज का पूरा ध्यान रखा जाए। एंटी बायोटिक्स व एंटी फंगल दवाइयों का सावधानी से इस्तेमाल करें और ब्लड शुगर की मात्रा नियंत्रित रखें। किसी को भी हो सकता है ब्लैक फंगस

सिविल सर्जन डा. पंवार ने कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि जिस व्यक्ति को कोरोना हो चुका है, उसे ही ब्लैक फंगस होगा। यह रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। डा. पंवार ने कहा कि ब्लैक फंगस एक ऐसा रोग है, जो कमजोर इम्युनिटी वाले किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस से बचने के लिए मास्क प्रतिदिन बदलकर पहनना चाहिए। मास्क को गर्म पानी से प्रतिदिन धोकर रखें तथा प्रतिदिन के हिसाब से अलग-अलग मास्क का प्रयोग करना चाहिए। एक मास्क को धोकर दूसरे दिन नहीं पहनना चाहिए। एक बार मास्क पहनने के बाद उसका नंबर उसी वार को छह दिन के बाद आना चाहिए। गाइडलाइनों की पालना करना जरूरी

नागरिक अपना मास्क लगाए रखना, शारीरिक दूरी की पालन करना और बार-बार साबुन से हाथ धोना जारी रखें। उन्होंने कहा कि लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचना चाहिए, क्योंकि कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है और इससे सावधान रहने की जरूरत है। नागरिक किसी जरूरी कार्य से ही घर से बाहर निकलें और वह भी पूरी एहतियात के साथ। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने घर के अंदर व आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।


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