हिदी दिवस पर दिखा हिदी प्रेम, हिदी अपनाने को हुए संकल्प
वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबू शिव रतन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि हिदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जो संपूर्ण राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरो सकती है।
जागरण संवाददाता, भिवानी : हिदी दिवस पर छोटी काशी के लोगों में खूब हिदी प्रेम दिखा। हिदी अपनाने पर जोर दिया गया। वैश्य महाविद्यालय, भिवानी द्वारा हिदी दिवस के उपलक्ष्य में पूर्व हिदी आचायरें का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष अधिवक्ता शिव रतन गुप्ता मुख्यातिथि, ट्रस्ट के महासचिव पवन कुमार बुवानीवाला तथा महाविद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष बृजलाल सर्राफ विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डा. सुधा रानी ने की।
कार्यक्रम में पूरी तरह से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने ऑन-लाईन के माध्यम से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर डा. राधाकृष्ण चंदेल, डा. सुधा त्यागी, पूर्व प्राचार्य डा. सत्यनारायण शर्मा, डा. बुद्धदेव आर्य तथा डा. जय प्रकाश शर्मा का हिदी दिवस की बेला पर सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भी कविता, देश भक्ति गीत आदि सुनाकर आए हुए अतिथिगण तथा श्रोताओं को अभिभूत किया।
वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबू शिव रतन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि हिदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जो संपूर्ण राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरो सकती है। महाविद्यालय ट्रस्ट के महासचिव पवन कुमार बुवानीवाला ने हिदी को विश्व की श्रेष्ठ एवं वैज्ञानिक भाषा बताया। महाविद्यालय प्रबंधन समिति के कोषाध्यक्ष बृजलाल सर्राफ ने कहा कि मातृ भाषा के विकास से ही भारत के जन मानस का विकास सम्भव है। उन्होंने हिदी को माता के समान सम्मानीय कहा।
महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुधा रानी ने आये हुए सभी अतिथिगण एवं पूर्व आचार्यो का अभिनन्दन किया और वर्तमान में हिदी की दशा और दिशा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मंच का सफल संचालन हिदी विभाग की प्रवक्ता डा. आशा रानी ने किया। कार्यक्रम के समापन संबोधन में हिदी विभागाध्यक्ष डा. (कैप्टन) अनिल तंवर ने आये हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर डा. नरेन्द्र सिंह, प्रो. धीरज त्रिखा, सविता जैन, डा. सुरेंद्र सिंह, सुरेश अत्रि, डा. प्रोमिला सुहाग, डा. वन्दना वत्स, डा. श्रुति रानी, मधु रानी, डा. रीना, मंगत राम, दान सिंह, विष्णुकांत, रितेश, पियूष, कमल भारद्वाज, सुभाष चन्द्र, दलबीर, विजय पांडेय आदि स्टॉफ सदस्य व विद्यार्थियों ने विशेष सहभागिता की।