देवी चंद्रघंटा ने घंटी की आवाज से किया था असुरों का नाश
जागरण संवाददाता भिवानी हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम सभागार में आयोजित देवी स्तुति कार्यक्रम में श्
जागरण संवाददाता, भिवानी: हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम सभागार में आयोजित देवी स्तुति कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने नवरात्रों के तीसरे दिन चंद्रघंटा देवी की पूजा अर्चना की। इस दौरान बेटियों की सुरक्षा का संकल्प लिया गया। विशेष सानिध्य बाल योगी महंत चरणदास महाराज का रहा। महंत चरणदास महाराज ने दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा देवी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मां दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्व है और इस दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-आराधन किया जाता है। इस दिन साधक का मन मणिपुर चक्र में प्रविष्ट होता है। मां चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं, दिव्य सुगंधियों का अनुभव होता है तथा विविध प्रकार की दिव्य ध्वनियां सुनाई देती हैं। ये क्षण साधक के लिए अत्यंत सावधान रहने के होते हैं। असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश कर दिया था। नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है। महाराज ने कहा कि हर घर में देवी की स्तुति नारी सशक्तीकरण वह बेटियों के सम्मान के साथ है होनी चाहिए। इस अवसर पर कमल सिंह प्रधान, एडवोकेट भूपेंद्र जैन, ध्यानदास , अशोक सिंह, राजेश मुखी ,अशोक भारद्वाज, एडवोकेट सतेंद्र और हरीश सैनी मौजूद थे।