पूर्व मंत्री सतपाल ने जलभराव क्षेत्रों का किया दौरा, गिरदावरी, मुआवजे की मांग
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई बारिश से दादरी क्षेत्र की
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई बारिश से दादरी क्षेत्र की करीब साढ़े तीन हजार एकड़ भूमि में जलभराव होने से खरीफ की फसल बर्बाद हो गई है। पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं होने से कई गांवों के स्कूलों व बू¨स्टग स्टेशनों में भी पानी भर गया है। हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा जलभराव क्षेत्रों में मछली उत्पादन की घोषणा की थी, वह भी सिरे नहीं चढ़ पाई।
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कई गांवों में जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण कर सरकार से स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजा देने की मांग की है। कृषि विभाग के रिकार्ड के अनुसार दादरी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण करीब साढ़े तीन हजार एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। लगातार पानी खड़ा होने के कारण धान, ज्वार, बाजरा, कपास व ईंख की फसल बर्बाद हो चुकी है। गांव मिसरी, जयश्री व कमोद में हालात बद से बदतर हो गए हैं। इन गांवों के स्कूलों व बू¨स्टग स्टेशनों में पानी भर गया है। जिसके कारण गांवों में पेयजल सप्लाई बाधित हो गई है। स्कूल जाने के लिए परिजनों को गोद में लेकर बच्चों को स्कूल तक पहुंचाया जा रहा है। पूर्व मंत्री व कांग्रेसी नेता सतपाल सांगवान ने रविवार को गांव मिसरी, जयश्री, कमोद व मिर्च के खेतों में जलभराव का जायजा लिया। इस दौरान किसानों ने बताया कि खेतों में फसल बर्बाद हो चुकी है। पानी निकासी के कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। जिसके कारण गांव में बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है।
ग्रामीण कमल, शीशपाल, सतबीर, हवा ¨सह, जयभगवान व राजेंद्र ने बताया कि खेतों में जलभराव इस कदर तक है कि यहां रबी फसल की बीजाई नहीं हो पाएगी। पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि यहां किसान की फसल बर्बाद हो चुकी है वहीं सरकार व प्रशासनिक अधिकारी मछली उत्पादन की बात कर रहे हैं। ऐसा ही रहा तो किसानों के समक्ष भूखा मरने की नौबत आ जाएगी। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रोशन, जगराम, अमर ¨सह, कमल ¨सह, लीलाराम, महाबीर, प्रकाश, सतबीर, रामोतार, राजेन्द्र मिसरी इत्यादि उपस्थित थे।