अंडरपास निर्माण को लेकर जमकर हुआ हंगामा
चरखी दादरी करीब 6 वर्ष पहले बंद किए गए दादरी नगर के सीसीआइ रेलवे क्रा
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : करीब 6 वर्ष पहले बंद किए गए दादरी नगर के सीसीआइ रेलवे क्रासिग पर अंडरपास निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग को लेकर रविवार सुबह रेल ट्रैक रोकने जा रहे विधायक राजदीप व गांधीनगर के लोगों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। एसडीएम द्वारा 15 दिन में अंडरपास का काम शुरू करवाने का लिखित व मौखिक आश्वासन देने के बाद लोग शांत हुए। इस दौरान काफी देर तक दादरी नगर के गांधीनगर में हंगामे की स्थिति बनी रही। पुलिस द्वारा लोगों को रेल ट्रैक तक पहुंचने से रोकने के लिए तीन जगह बेरीकेड लगाए गए थे। लोग एक बेरीकेड को पार कर आगे बढ़ गए, लेकिन सीसीआइ मोड़ के समीप बेरीकेड पर पुलिस ने लोगों को रोक लिया। यहां पर काफी देर तक लोगों ने बेरीकेड हटाने का प्रयास किया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद लोगों ने वहीं पर सड़क के बीच में बैठकर धरना शुरू दिया। कुछ देर बाद एक बार फिर से विधायक राजदीप फौगाट के नेतृत्व में लोगों ने बेरीकेड पार करने का प्रयास किया, लेकिन दोबारा से उन्हें रोक दिया गया। इसी दौरान कुछ महिलाएं व पुरुष साइड में से रेल ट्रैक पर जाने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। महिलाओं व पुरुषों की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई। यहां भी कामयाब न होने के बाद लोग फिर से धरने पर बैठ गए।
इस बीच एसडीएम सतबीर सिंह कुंडू, डीएसपी रमेश कुमार भी लोगों को समझाने का प्रयास करते हुए नजर आए, लेकिन उनके बीच सहमति नहीं बन सकी। एसडीएम सतबीर कुंडू ने जिला उपायुक्त की फोन पर विधायक राजदीप फौगाट से बात भी करवाई। आखिर में एसडीएम ने आगामी 15 दिनों में अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू करवाने का लिखित व मौखिक आश्वासन दिया। जिसके बाद लोग वापिस चले गए। हालांकि पार्षद महेश गुप्ता ने इन 15 दिनों में सीसीआइ मोड़ के समीप ही धरना देने की बात कही है। इस दौरान रेलवे के साथ-साथ नगर परिषद के अधिकारी भी मौजूद रहे। 15 दिन में शुरू करवाएंगे काम : एसडीएम
गांधी नगर में पहुंचे दादरी के एसडीएम सतबीर सिंह कुंडू ने बताया कि लोगों को समझा दिया गया है। दो दिन पहले जिला उपायुक्त ने भी लोगों से अंडरपास का काम शुरू करवाने के लिए 15 दिन का समय मांगा था। आज भी इसी आश्वासन पर लोगों को समझाया गया है। उनके द्वारा लिखित में भी आश्वासन दे दिया गया है। एसडीएम कुंडू ने कहा कि अंडरपास बनाने में कुछ तकनीकी दिक्कतें थी। अब विभाग द्वारा जो पहले प्लान तैयार किया गया था, उसी पर दोबारा से विचार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिला उपायुक्त खुद इस मामले को देख रहे है। मुख्यमंत्री घोषणा के तहत बनने वाले इस अंडरपास में देरी इसी वजह से हुई क्योंकि इसमें दो विभाग शामिल है।
सुविधा, सुरक्षा के लिए अंडरपास जरूरी : विधायक
विधायक राजदीप फौगाट ने कहा कि सीसीआइ फाटक बंद होने से हजारों लोग परेशान होते है। खास तौर पर महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों को अधिक परेशानी होती है। उनकी सुविधा, सुरक्षा के लिए अंडरपास का निर्माण किया जाना जरूरी है। लेकिन यहां के हजारों लोगों की कोई भी सुनने वाला नहीं है। जिस समय लोगों के द्वारा अंडरपास के लिए आंदोलन किया जाता है केवल उसी समय प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान दिया जाता है। इसीलिए रविवार को रेल ट्रैक रोकने का फैसला लिया गया है। विधायक राजदीप फौगाट ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा यहां पर अंडरपास बनाने की घोषणा की गई थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री की घोषणा का ही सम्मान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में आम आदमी की तो बात ही अलग है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सीसीआइ फाटक पर मेन बाजार की तरफ कुछ ऐसे व्यक्तियों के घर हैं जो आरएसएस, भाजपा के कार्यकर्ता है। उन्हीं लोगों के दबाव में अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा रहा है। ट्रैक पर जाने से पहले हुई बैठक
रविवार को गांधी नगर व आसपास की कालोनी के लोगों की एक बैठक का आयोजन गांधी नगर स्थित अग्रसेन सेवा सदन के बाहर किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए विधायक राजदीप फौगाट, पार्षद महेश गुप्ता ने कहा कि अंडरपास की मांग को पूरा करने के लिए पिछले कई वर्षों से केवल आश्वासन दिए जा रहे है। ऐसे में इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। बैठक में पहुंचे एसडीएम सतबीर सिंह कुंडू ने लोगों से प्रशासन को 15 दिन का समय देने की मांग की। जिस पर विधायक व अन्य लोगों ने उनसे लिखित में यह आश्वासन देने की बात कही। लेकिन यहां पर सहमति नहीं बनी। जिसके बाद लोग रेल ट्रैक की तरफ बढ़ गए। पुख्ता थे इंतजाम
गांधी नगर व आसपास की कालोनी के लोगों द्वारा 16 जून को रेल ट्रैक जाम करने की चेतावनी के चलते रविवार सुबह से ही प्रशासन व पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए थे। रेलवे स्टेशन, रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए जीआरपी के 2 डीएसपी, पांच एसएचओ, 2 चौकी इंचार्ज व 160 जवान तैनात किए गए थे। इसके अलावा आरपीएफ से एक कमांडेंट, एक इंस्पेक्टर व 43 जवान तैनात थे। गांधी नगर व आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस की 6 कंपनियां तैनात की गई थी। जिसमें महिला पुलिस भी शामिल थी। इसके अलावा दादरी जिले के तीनों डीएसपी, थाना प्रभारी, सीआइए पुलिस, स्पेशल स्टाफ इत्यादि की ड्यूटी लगाई गई थी। मौके पर नायब तहसीलदार राजकुमार शर्मा को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। इस दौरान पुलिस लाठी, डंडे व आंसू गैस की मशीन के साथ तैनात थी। साथ ही मौके पर फायर ब्रिगेड को भी तैनात किया गया था। पुलिस ने जारी किए नोटिस
गांधी नगर व आसपास के लोगों द्वारा रविवार सुबह रेल ट्रैक की तरफ जाने से कुछ देर पहले ही दादरी सिटी थाना प्रभारी जगराम ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे कुछ लोगों को नोटिस जारी किए। लोगों द्वारा आंदोलन की चेतावनी के चलते पुलिस द्वारा सीआरपीसी की धारा 149 के तहत विधायक राजदीप, पार्षद महेश गुप्ता, मोती लाल गर्ग इत्यादि को नोटिस जारी किए गए।