महिला सरपंच ने फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर पास की ओपन की परीक्षा, मामला करवाया दर्ज
जागरण संवाददाता भिवानी गांव ढाणी हरसुख की महिला सरपंच द्वारा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बो
जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव ढाणी हरसुख की महिला सरपंच द्वारा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं ओपन का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर दिल्ली ओपन की दसवीं कक्षा पास किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव द्वारा जांच किए जाने के बाद सदर पुलिस थाने में शिकायत की गई। शिक्षा बोर्ड की तीन साल की लंबी जांच के बाद यह मामला सदर पुलिस थाने में दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने गांव के ही एक व्यक्ति की शिकायत पर आरोपित महिला सरपंच के खिलाफ केस दर्ज किया है।
गांव ढाणी हरसुख निवासी होशियार सिंह ने वर्ष 2016 में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड व राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय दिल्ली से गांव ढाणी हरसुख की महिला सरपंच मनीषा की दसवीं परीक्षा के प्रमाण पत्र को लेकर आरटीआइ मांगी। आरटीआइ में खुलासा हुआ कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं ओपन का जो प्रमाण पत्र लगाकर मनीषा ने दिल्ली ओपन की परीक्षा पास की है वह फर्जी है। होशियार सिंह ने इस मामले की शिकायत हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से की। बोर्ड के तत्कालीन सचिव द्वारा जांच करवाई गई। जिसमें पाया कि शिक्षा बोर्ड का जो प्रमाण पत्र लगाया गया है वह फर्जी है। शिक्षा बोर्ड की इस रिपोर्ट के आधार पर होशियार सिंह ने मामले की शिकायत सदर थाना पुलिस से की। पुलिस ने आरोपित महिला सरपंच मनीषा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
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2013 में मनीषा ने दी थी दिल्ली ओपन की परीक्षा
-- मनीषा ने अप्रैल 2013 में राष्ट्र मुक्त विद्यालय दिल्ली से दसवीं की परीक्षा दी। परीक्षा का फार्म भरते समय
मनीषा ने वर्ष 2010 में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं ओपन का प्रमाणपत्र लगाया गया, जिसमें वह फेल दिखाई गई थी, लेकिन बाद में इसकी जांच की तो हरियाणा ओपन का प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी मिला। जिसके आधार पर अब एफआइआर दर्ज करवाई गई है।
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सरपंच मनीषा के जेठ राजेश ने उसकी तरफ से पक्ष रखते हुए बताया कि यह मामला राजनीतिक खींचतान के चलते दर्ज करवाया गया है। यह मामला पूरी तरह से झूठा है। इस मामले को लेकर दोनों पक्षों के की पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में भी विचाराधीन है।