फसलों की धीमी खरीद प्रक्रिया को लेकर भड़के किसान, अनाजमंडी के गेट पर लगाया ताला
बाजरे की सरकारी खरीद शुरू हुए करीब तीन सप्ताह का समय बी
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बाजरे की सरकारी खरीद शुरू हुए करीब तीन सप्ताह का समय बीत चुका है। लेकिन बाजरा खरीद के लिए काफी कम संख्या में किसानों को मंडी बुलाए जाने के कारण अभी तक काफी कम संख्या में किसानों का बाजरा बिक पाया है। बाजरा बेचने के लिए तीस हजार से अधिक पंजीकृत किसानों में से अभी तक करीब पांच हजार का ही बाजरा बिक पाने के कारण अपनी बारी का इंतजार कर रहे किसानों में रोष बना हुआ है। इसी के चलते धीमी खरीद प्रक्रिया से परेशान किसानों ने भाकियू की अगुवाई में मंगलवार को दादरी नई अनाज मंडी के दोनों मुख्य गेटों पर ताला लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष धरना देकर खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की। इस दौरान कुछ आढ़ती भी किसानों के साथ मौजूद रहे।
अनाज मंडी के गेटों पर ढाई घंटे तक ताले बंद होने के कारण फसल बेचने आने वाले किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मंडी गेट पर ताला लगाने की सूचना के बाद पहले बीडीपीओ सुभाष चंद्र किसानों के बीच पहुंचे लेकिन उनके आश्वासनों से किसान संतुष्ट नहीं हुए और मंडी गेट से ताला नहीं खोला। लेकिन बाद में एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह ने किसानों के बीच पहुंचकर खरीद केंद्रों पर किसानों की संख्या में इजाफा होने का आश्वासन देते हुए संख्या बढ़ाने संबंधी एक पत्र भी किसानों को दिखाया। जिसके बाद किसानों ने गेटों से ताले खोल दिए।
उल्लेखनीय है कि दादरी जिले में बाजरे की सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू हुई थी। खरीद शुरू होने के बाद शुरुआती दो-तीन दिनों को छोड़कर खरीद प्रक्रिया लगभग सुचारु रही है। लेकिन फसल खरीदने के खरीद केंद्रों पर काफी कम संख्या में ही पंजीकृत किसानों को बुलाया जा रहा है। जिसके चलते खरीद प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है और अभी तक करीब पांच हजार किसान ही बाजरा बेच पाए हैं। जबकि बाजरा बेचने के लिए जिले के 31 हजार से अधिक किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत हैं। समय पर बाजरा नहीं बेच पाने के कारण किसानों को रबी सीजन की फसलों के लिए खाद, बीज आदि खरीदने के लिए आर्थिक परेशानी से जूझना पड़ रहा है। इसी के चलते किसानों में धीमी खरीद प्रक्रिया को लेकर काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।
खरीद प्रक्रिया में तेजी नहीं आने से परेशान किसान मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में दादरी अनाज मंडी परिसर में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने धरना देकर मंडी के गेटों पर ताले लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ढाई घंटे मंडी में रहा आवागमन बंद
धीमी खरीद प्रक्रिया से परेशान किसान सुबह दस बजे ही अनाज मंडी परिसर में एकत्रित होना शुरू हो गए थे। किसानों ने खरीद केंद्रों पर बुलाए जाने वाले किसानों की संख्या में इजाफा करने की मांग को लेकर सुबह 11 बजकर 26 मिनट पर मंडी के गेट पर ताला लगा दिया। ताला लगाने के कारण मंडी में आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया जिसके कारण फसल बेचने आने वाले व फसल बेचकर जाने वाले किसानों को मंडी के अंदर-बाहर जाने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। बाद में एसडीएम विरेंद्र सिंह द्वारा किसानों की संख्या बढ़ाने के आश्वासन के बाद करीब ढाई घंटे बाद दोपहर एक बजकर 58 मिनट पर मार्केट कमेटी सचिव सुरेश कुमार खोखर ने ताला खुलवाया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे मौके पर
किसानों द्वारा मंडी गेट पर ताला लगाए जाने के बाद डीएसपी रामसिंह बिश्नाई व बीडीपीओ सुभाष चंद्र मौके पर पहुंचे। बीडीपीओं ने किसानों की मांग को उच्च अधिकारियों से बात कर उसे पूरा करवाने का आश्वासन दिया लेकिन किसान नहीं माने और मंडी का ताला नहीं खोला। बाद में एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह, डीएमईओ श्यामसुंदर, मार्केट कमेटी सचिव ने किसानों के बीच पहुंचकर बुधवार से ही किसानों की संख्या में इजाफा करने की बात कही जिसके बाद किसान शांत हुए।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष जगबीर घसौला, रणबीर फौजी,यादवेंद्र, खाप सांगवान तेरह कन्नी प्रधान सूरजभान झोझू कलां, सचिवसुरेंद्र, कन्नी प्रधान रामसिंह, लेखक राजकुमार सांगवान, पूर्व सरपंच अत्तर सिंह बलाली, पूर्व प्रधान रवि झोझू, बिजेंद्र, मान सिंह, संजय इत्यादि मौजूद रहे। बढ़ाई किसानों की संख्या : एसडीएम
दादरी के एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह ने कहा कि पहले बाजरा खरीद के लिए दादरी मंडी में 100 व दूसरे खरीद केंद्रों पर 30 किसानों को बुलाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि अब मंडी बुलाए जाने वाले किसानों की संख्या में वृद्धिकर दी गई है जिसके तहत दादरी मंडी में 300 व दूसरे खरीद केंद्रों पर 100 किसानों को बुलाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने किसानों की संख्या में और इजाफा करने की मांग उच्च अधिकारियों को भेजी है।