कितलाना टोल पर धरने पर किसान, सैलजा पहुंची समर्थन देने
जागरण संवाददाता चरखी दादरी कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता मजबूती से किसानों के इस संघ्
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता मजबूती से किसानों के इस संघर्ष में हर मोर्चे पर डटकर साथ देगा। यह बात कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को समर्थन देने पहुंची हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने नेता सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद अपने संबोधन के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों से ना केवल मंडी व्यवस्था ध्वस्त होगी अपितु एमएसपी भी नहीं बचेगी साथ में गरीबों के लिए अहम सार्वजनिक वितरण प्रणाली भी खत्म हो जाएगी। असीमित भंडारण से महंगाई का सामना करना मुश्किल हो जाएगा और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग किसानों को उन्हीं की जमीन पर दास बना देगी। ये आंदोलन जनांदोलन बन गया है।
कुमारी शैलजा ने कहा कि मोदी सरकार महज अपने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही है आमजन से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से हर सरकार हर साल 26 जनवरी को आम जनता को गणतंत्र दिवस में शामिल होने के निमंत्रण देकर बुलाती रही है। बड़ी हैरानी की बात है कि देश के किसानों को ही दिल्ली आने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस जन संघर्ष में कांग्रेस कार्यकर्ता डटकर किसानों का साथ देंगे।
30 वें दिन भी टोल रहा फ्री
कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरने के 30वें दिन नरसिंह डीपीई, बलवंत नंबरदार, गंगाराम श्योराण, रणधीर घिकाड़ा, सूरजभान सांगवान, रणबीर फौजी, राज सिंह धनाना, रणधीर कुंगड़, राजू मान, राकेश आर्य, मास्टर राज सिंह ने संयुक्त अध्यक्षता की। इस मौके पर वयोवृद्ध किसान नेता कमल सिंह मांढी के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रख शोक व्यक्त किया गया। शनिवार सुबह 6 बजे उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा और वो चल बसे।
ये रहे मौजूद
धरने का मंच संचालन धर्मेन्द्र छपार ने किया। इस अवसर पर डा. अजय चौधरी, शमशेर फौगाट, दिलबाग ग्रेवाल, बलबीर बजाड़, भूपेन्द्र चौधरी, करतार ग्रेवाल, सीटू नेता अनिल, रामफल देशवाल, कमलेश भैरवी, कमल प्रधान, सुभाष यादव, अनिल शेषमा, राजकुमार घिकाड़ा, सुशील धानक, अधिवक्ता ब्रह्मानंद, विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक मेजर नृपेंद्र सांगवान, रणबीर महेंद्रा, बजरंग दास गर्ग, पवन बुवानीवाला, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, खजान सिंह सांगवान, अमन डालावास, सतीश बंधु, प्रेम अचीना, बलजीत फौगाट, डा. ओमप्रकाश, सुंदर पहलवान, नरेश तंवर, रवि कामरेड, रोहताश मिताथल, सत्या लेघा, मुकेश पहाड़ी, जीतू व सुखदेव इत्यादि मौजूद रहे।