24 घंटे बाद भी शहर की सड़कों पर जमा है बरसाती पानी, निकासी के दावे फेल
जागरण संवाददाता चरखी दादरी बारिश रूकने के 24 घंटे बाद भी दादरी शहर की विभिन्न सड़क
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बारिश रूकने के 24 घंटे बाद भी दादरी शहर की विभिन्न सड़कों पर जलभराव के हालात बरकरार हैं। जिस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के मुख्य बाजारों से पानी की निकासी न होने के कारण दुकानदारों में भी रोष का माहौल बना हुआ है। गौरतलब है कि शनिवार को लगभग पूरा दिन बारिश हुई थी। जिसके बाद शहर की कई सड़कों, बाजारों में पानी जमा हो गया था। हालांकि जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से पानी निकासी के लिए मोटरें लगाई गई थी, लेकिन ठप सीवर व्यवस्था के कारण एक दिन बीत जाने के बाद भी सड़कों से पानी की निकासी नहीं हो सकी है। रविवार शाम तक भी तिकोना पार्क क्षेत्र, कालेज रोड, चिड़िया मोड़, लोहारू चौक, लोहारू रोड, बस स्टैंड के पीछे वाली कालोनी, रविदास नगर, चरखी गेट, रेलवे रोड, बस स्टैंड के समीप की गलियों, रेलवे रोड, एमसी कालोनी इत्यादि कई अन्य स्थानों से बरसाती पानी की निकासी नहीं हो सकी थी। वहीं बस स्टैंड रोड पर नगर परिषद कार्यालय के सामने नाला ओवरफ्लो होने से दूषित पानी भी सड़क पर जमा हो गया है। दुकानदारों ने जल्द से जल्द पानी निकासी की मांग की है।
दुकानों में आने का रास्ता बंद : रमेश
बस स्टैंड रोड के दुकानदार रमेश ने बताया कि नाला ओवरफ्लो होने तथा समय पर निकासी न होने से पानी खाली होने के बजाय दुकानों में घुस रहा है। जिस कारण दुकानों में आने-जाने का रास्ता भी बंद हो गया है।
कारोबार हो रहा प्रभावित : महावीर
स्थानीय दुकानदार महावीर महराणा ने बताया कि यहां हर समय दूषित पानी जमा रहता है। आने-जाने के लिए दुकानों के सामने ईंट व पत्थर डालने पड़ते हैं। कई बार तो ग्राहक भी पानी में गिर जाते हैं। जिससे कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
बना रहता है दुर्गंध का माहौल : सोनू
दुकानदार सोनू का कहना है कि हर समय दूषित पानी जमा रहने से यहां दुर्गंधमय माहौल बना रहता है। जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दुर्गंध के कारण दुकानों में बैठना भी मुश्किल हो गया है।
राहगीरों को भी हो रही परेशानी : सुनील
दुकानदार सुनील ने कहा कि बस स्टैंड रोड से हर रोज हजारों की संख्या में लोग गुजरते हैं। दूषित जलजमाव के कारण दुकानदारों के साथ-साथ राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।