नए मोबाइल के शौक में इंजीनियर ने की गजब की हेराफेरी, ऐसे पकड़ा गया
एक बेरोजगार इंजीनियर ने नए मोबाइल की चाहत में गलृजब की हेराफेरी की। उसने एक मोबाइल स्टोर से पौने तीन लाख का मोबाइल खरीदा और फर्जी ऑनलाइन पेमेंट कर दिया।
जेएनएन, भिवानी। नए मोबाइल के शौक पूरे करने की चाह ने इंजीनियर को जेल भिजवा दिया। अभियुक्त ने मोबाइल शॉप से चार मोबाइल फोन खरीदे और फिर दुकानदार को फर्जी ट्रांजेक्शन दिखाकर उसे करीब पौने तीन लाख की चपत लगा दी। लेकिन, उसकी कलई खुल गई अौर पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरोपित वर्ष 2012 में बीटेक पास करने के बाद से वह बेरोजगार है। उसने नए मोबाइल रखने का शौक था। इस कारण वह अपराध के दलदल में फंस गया।
सिविल लाइन पुलिस थाना प्रभारी अजीत सिंह ने बताया कि कृष्णा कॉलोनी निवासी अंकित उर्फ सन्नी ने शिकायत दी थी कि उसकी हांसी गेट क्षेत्र में दुकान है। 28 अप्रैल को उसकी दुकान पर तालू निवासी विक्रम आया और 2.88 लाख रुपये की कीमत के चार मोबाइल फोन खरीदे। विक्रम ने कहा कि वह इसका ऑनलाइन पेमेंट करेगा। इसके बाद विक्रम ने अपने मोबाइल फोन से फर्जी तरीके से खाते में ट्रांजेक्शन दिखा दी और चला गया।
अंकित ने बताया कि उसने बैंक पहुंचकर खाते की जांच की तो पता चला कि उसके खाते में कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुई। इस पर उसने फोन पर विक्रम से बात की तो वह भी टालमटोल करने लगा और मोबाइल की कीमत चुकाने के लिए मना कर दिया।
थाना प्रभारी के मुताबिक, पुलिस ने दो दिन पहले अभियुक्त को नया बस स्टैंड क्षेत्र से गिरफ्तार किया। दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद उसे अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अभियुक्त द्वारा धोखाधड़ी से खरीदे गए मोबाइल भिवानी व जयपुर से बरामद किए गए है।