अपहरण नहीं हुआ पिता का कर्जा चुकाने के लिए गया था कमाने
जागरण संवाददाता,भिवानी : गांव मंढाणा के युवक का अपहरण नहीं किया गया, बल्कि वह खुद अपने
जागरण संवाददाता,भिवानी : गांव मंढाणा के युवक का अपहरण नहीं किया गया, बल्कि वह खुद अपने पिता के कर्ज से परेशान होकर बाहर पैसा कमाने के लिए गया था। ताकि पिता का कर्ज चुका सके। पुलिस ने उक्त युवक को शनिवार सुबह हरिद्वार से बरामद करके परिजनों के हवाले कर दिया।
बता दें कि बृहस्पतिवार को गांव मंढाणा निवासी रघुबीर ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसका बेटा धर्मपाल सुबह भिवानी से कपड़े लाने के लिए घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। किसी ने उसके मोबाइल पर मैसेज कर दिया कि उसके बेटे धर्मपाल को ठिकाने लगा दिया है। इस पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने सीआइए व साइबर सैल को आदेश दिए के उक्त युवक की जल्द से जल्द की जाए। सीआइए की टीम ने साइबर सैल की सहायता से पता चला कि धर्मपाल हरिद्वार में है। पुलिस ने तुरंत हरिद्वार पहुंचकर धर्मपाल को बरामद किया। पूछताछ में धर्मपाल ने बताया कि उसके पिता के सिर पर कर्ज है। कर्ज को लेकर वह परेशान रहता था। इस पर धर्मपाल ने योजना बनाई की वह घर से गायब होकर 5-6 साल घर से बाहर रहेगा और कर्ज चुकाने के लिए रुपये कमाएगा। इसके तहत वह अपने घर से निकला और बाद में उसने ही अपने पिता के मोबाइल पर धमकी भरा मैसेज भेजा था।
एएसआइ राजेश के नेतृत्व में सीआइए पुलिस टीम ने धर्मपाल को कड़ी मेहनत से खोज निकाला। टीम में हवलदार सलिन, हवलदार सुरेंद्र, ईएचसी बलवान, सिपाही जसबीर शामिल थे। पुलिस टीम ने धर्मपाल को बरामद कर उसे परिजनों के हवाले कर दिया।