भिवानी में भी दुष्यंत ने इनेलाे कार्यकर्ताओं को टटाेला, समर्थन देख दिखाए तेवर
इनेलो से निलंबित किए जाने के बाद सांसद दुष्यंत चौटाला आजकल कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने में लगे हैं। हिसार के बाद वह मंगलवार को भिवानी में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे।
जेएनएन, भिवानी। चौटाला परिवार में कलह के बाद सांसद दुष्यंत चौटाला खुलकर मैदान में आ गए हैं। वह कार्यकर्ताओं का मूड भांपने मंगलवार को भिवानी पहुंचे। इस दौरान भी वह उन्हाेंने अपने तेवर दिखाए। उन्होंने कहा, मैं हर संघर्ष के लिए तैयार हूं। संघर्ष से नहीं डरता और यह मैंने अपने परदादा, दादा और पिता से सीखा। इनेलो के लिए उनके पिता डॉ. अजय चौटाला ने पार्टी के लिए 40 साल लगाए और अब वह कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत इनेलो काे फिर सत्ता तक पहुंचाएंगे।
दुष्यंत आज भिवानी के देवीलाल सदन में पहुंचे और कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। इनेलो में विवाद उभरने और पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद दुष्यंत कार्यकर्ताओं व समर्थकों को टटोलने में लगे हुए हैं। पहले वह दिल्ली में अपने आवास पर समर्थकों से रूबरू हुए। इसके बाद वह सोमवार को हिसार के देवीलाल सदन में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। इसके बाद मंगलवार को वह भिवानी पहुंचे।
भिवानी में कार्यकर्ताओं से रूबरू होते दुष्यंत चौटाला।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस भारी भीड़ ने दर्शा दिया है कि भिवानी डाॅ. अजय सिंह चौटाला की कर्मभूमि है। पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता के बहाए पसीने को सत्ता के दरवाजे तक पहुंचाकर ही दम लेंगे। भिवानी पहुंचने पर बुजुर्गों, महिलाओं व नौजवानों ने दुष्यंत का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जननायक चौधरी देवीलाल के दिखाए मार्ग पर चलेंगे और चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के निर्देश पर संगठन को मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा कि डाॅ. अजय सिंह चौटाला ने 40 साल तक पार्टी के कार्यकर्ताओं को गले लगाकर जो प्यार दिया है उसी का परिणाम है कि इतनी संख्या में पार्टीजन आज यहां आए हैं। दुष्यंत ने कहा कि बुजुर्गों ने 1987 और सन 1998-99 में पार्टी के सत्ता में आने से पहले उमड़े जनसैलाब के बारे में बताया था। आज इन हजारों निष्ठावान कार्यकर्ताओं को देखकर निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है 2019 में कार्यकर्ताओं की सरकार बनने जा रही है।
भिवानी में कार्यकर्ताओं से रूबरू होते दुष्यंत चौटाला।
उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल की विचारधारा से जुड़े लोग ही संघर्ष की महत्वता को समझते हैं। जिसने संघर्ष किया उसे कामयाबी अवश्य मिली है। उन्होंने कहा, मैंने अपने परदादा, दादा और पिता से संघर्ष करना ही सीखा है। अभी परीक्षा की घड़ी बाकी है। कार्यकर्ता अपने आपको और मजबूत करके लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि वह बड़ों का आदर करना जानते हैं । उन्होंने हमेशा इनेलो सुप्रीमो से बहुत कुछ सीखा है।
भिवानी में दुष्यंत चौटाला को आशीष देतीं बुजुर्ग महिलाएं।
महिलाओं ने चूरमा खिलाकर की हौसला अफजाई
दुष्यंत को बुजुर्गों ने आशीर्वाद दिया। बुजुर्ग महिलाओं ने दुष्यंत से कहा कि बेटा अभी ओर मेहनत करनी है। उन्होंने दुष्यंत को देसी घी का चूरमा खिलाकर हौसला अफजाई की। इस अवसर पर विधायक राजदीप फोगाट, नरेश द्वारका, रामचंद्र कोटिया, डीएसपी होश्यार सिंह, जगदीश धनाना सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।