दुल्ला भट्टी से है लोहड़ी पर्व की गरिमा : कृष्णानंद
लवनुि ि जागरण संवाददाता, भिवानी: लोहड़ी को दुल्ला भट्टी की एक कहानी से भी जोड़ा जाता है। लोहड़
जागरण संवाददाता, भिवानी: लोहड़ी को दुल्ला भट्टी की एक कहानी से भी जोड़ा जाता है। लोहड़ी के सभी गाने दुल्ला भट्टी से ही जुड़े हैं तथा यह भी कह सकते हैं कि लोहड़ी के गानों का केंद्र दुल्ला भट्टी को ही बनाया जाता है। दुल्ला भट्टी भारत के मध्यकाल का वीर था जो मुगल शासक अकबर के समय में पंजाब में रहता था। उसे पंजाब के नायक की उपाधि से सम्मानित किया गया था। ये विचार परमहंस तपोभूमि योगाश्रम में तीन दिवसीय यज्ञ कथा कार्यक्रम के पहले दिन भक्तों को संबोधित करते हुए महाराज कृष्णानंद सरस्वती ने व्यक्त किए। महाराज कृष्णानंद सरस्वती ने कहा कि लोकनायक दुल्ला भट्टी की अमरता से जुड़ा यह पर्व उत्तर भारत, खास कर पंजाब में लोहड़ी का त्योहार जो मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर मनाया जाता है।
इससे पूर्व यज्ञ में सैकड़ों भक्तों ने जोड़े के साथ आकर विश्व में सुख शांति व विकास के लिए आहुति डाली। इस अवसर पर भक्तों द्वारा भजनों का गायन किया गया। आश्रम के प्रवक्ता ने बताया कि योगाश्रम धाम में 13 जनवरी को मकर संक्रांति व लोहड़ी के पर्व पर यज्ञ व शाम के समय कथा का आयोजन किया जाएगा। 13 जनवरी को बुजुर्ग सम्मान समारोह में होगा। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी व शिक्षाविद एएल मल्होत्रा होंगे।