नहीं मिला वेतन, काली दिवाली मनाएंगे मिड डे मील कर्मी
बाढड़ा: बाढड़ा खंड के सरकारी स्कूलों में रसोई संचालन करने वाले मिड ड
संवाद सहयोगी, बाढड़ा: बाढड़ा खंड के सरकारी स्कूलों में रसोई संचालन करने वाले मिड डे मील कर्मियों का स्वयं के घरों का चूल्हा ठंडा होता नजर आ रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में नियुक्त मीड डे मील कर्मियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिल पाया है। वेतन न मिलने पर कर्मचारी काली दिवाली मनाने को मजबूर हैं।
क्षेत्र के कर्मचारी संगठनों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने शिक्षा विभाग से तुरंत प्रभाव से वेतन जारी करने की मांग की। बाढड़ा खंड के सात दर्जन से अधिक सरकारी विद्यालयों में 250 मिड डे मील कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है जो दोपहर का मिड डे मील का कार्य संभाल रहे हैं। इनमें से अस्सी फीसदी महिलाएं सेवाएं दे रही हैं। प्रदेश सरकार का शिक्षा विभाग अपने अधीनस्थ प्रत्येक कर्मचारी को 3500 प्रतिमाह वेतन देती है। खंड के मौजूदा समय में 270 से अधिक कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिल पाया है।
मिड डे मील कर्मी दुर्गा देवी, राजेश देवी, सुशीला, बिमलेश, सुनीता इत्यादि ने बताया कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बार-बार उनको प्रतिमाह मानदेय देने का दावा करते है लेकिन धरातल पर सबसे अधिक उनकी ही उपेक्षा होती है। पिछले पांच माह से मानदेय न मिलने से वे विभाग के उच्चाधिकारियों को बार-बार अपील कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है। राजकीय अध्यापक संघ जिलाध्यक्ष राकेश फोगाट, सर्व कर्मचारी अध्यक्ष प्र¨वद्र भांडवा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एसोसिएशन अध्यक्ष बिमलेश काकड़ौली ने कहा कि यह बहुत ही जरूरत परिवारों से ताल्लुकात रखने वाले कर्मचारी है जो प्रतिदिन हजारों बच्चों को दोपहर का भोजन खिलाते हैं लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते उनके स्वयं के घरों की रसोई सुनी पड़ी है। उन्होंने शिक्षा विभाग से सभी कर्मियों का पांच माह का मानदेय जारी करने की मांग की है।