उपायुक्त ने एसटीपी का किया औचक निरीक्षण
आगामी मानसून सीजन में दादरी शहर में जलभराव की स्थिति से निपट
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : आगामी मानसून सीजन में दादरी शहर में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। इसी कड़ी में उपायुक्त अमरजीत सिंह मान मंगलवार सुबह दादरी के दिल्ली रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मौके पर ही एसडीओ को बुलाकर व्यवस्था में तुरंत सुधार के निर्देश भी दिए। उपायुक्त जब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्हें वहां लाइन ओवरफ्लो होती हुई मिली। जिस पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसा हुआ तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी इसके लिए जवाबदेह होगा। ट्रीटमेंट प्लांट में ठेकेदार के वर्कर द्वारा काम किया जा रहा था। जिस पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि ठेकेदार तुरंत अपना अलग शेड डालकर वहां काम करें। जरूरत अनुसार करें जलनिकासी के प्रबंध
उपायुक्त अमरजीत सिंह मान ने दोपहर बाद जिला अधिकारियों की बैठक लेकर सीवर व्यवस्था दुरूस्त करने पर विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग को दादरी में बहुत अधिक कार्य करने की जरूरत है। इस समय जहां सीवर ब्लाक होने तथा जलभराव की समस्या सामने आ रही है, वहां स्थाई समाधान निकालने के लिए सर्वे किया जाए। साथ ही आने वाले समय में होने वाली बारिश को ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यवस्था की जाए कि एक दिन में 100 एमएम बारिश होने पर भी दादरी में किसी भी स्थान पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके लिए जरूरत अनुसार स्थाई या अस्थाई व्यवस्था तुरंत सुनिश्चित की जाए। पानी निकासी और सीवर समस्या को लेकर मंगलवार को जिले के लोगों का प्रतिनिधिमंडल भी उपायुक्त से मिला। उपायुक्त ने कहा कि दादरी की पानी निकासी और सीवर की समस्या का स्थाई समाधान करवाया जाएगा। सीवर ब्लाक का मुख्य कारण है पालीथिन
उपायुक्त ने कहा कि नगर परिषद के नालों और सीवर में पानी जाने वाले स्थानों पर तुरंत जाली लगवाएं, जिससे पालीथिन इत्यादि सीवर के अंदर न जा सके। उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील की है कि सीवर के ब्लाक होने के लिए हम सब भी जिम्मेदार हैं। हम बिना सोचे कहीं पर भी पालीथिन फेंक देते हैं और वही पालीथिन सीवर में जाकर उसको रोक देती है। प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होकर पालिथीन के प्रयोग पर रोक लगानी होगी और साथ ही निर्धारित स्थानों पर ही कूड़ा डालने की आदत को अपनाना होगा। ड्रेन नंबर 8 तक बिछाई जा रही पाइपलाइन
बता दें कि दादरी शहर में पिछले कई वर्षों से विभिन्न जगहों पर सीवरेज का दूषित पानी जमा रहता है। बरसात के दिनों में भी काफी समय तक बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाती। हालांकि दादरी के दिल्ली रोड तथा गांव रामनगर में दो एसटीपी हैं। दिल्ली रोड एसटीपी में शहर का करीब 60 फीसद तथा गांव रामनगर एसटीपी में करीब 40 फीसद दूषित पानी जाता है। इस पानी को एसटीपी में साफ कर सिचाई कार्य के लिए किसानों को दिया जाता है। लेकिन कई बार डिमांड न होने पर पानी को एसटीपी के रिजर्व टैंक में डाला जाता है। रिजर्व टैंक कच्चे होने तथा अधिक मात्रा होने पर पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में चला जाता है। जिससे फसलें भी बर्बाद हो जाती है। इसी समस्या के समाधान के लिए दादरी जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा एसटीपी से निकलने वाले पानी को ड्रेन नंबर आठ में डालने की योजना बनाई थी। 37.70 करोड़ रुपये की इस योजना के तहत पाइपलाइन भी बिछाई जा रही है।