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जिले में खतरनाक शक्ल अखत्यार करने लगा डेंगू, मरीजों की संख्या पहुंची 172 पर

जागरण संवाददाता चरखी दादरी जिले में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब डे

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 08:12 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 08:12 PM (IST)
जिले में खतरनाक शक्ल अखत्यार करने लगा डेंगू, मरीजों की संख्या पहुंची 172 पर
जिले में खतरनाक शक्ल अखत्यार करने लगा डेंगू, मरीजों की संख्या पहुंची 172 पर

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब डेंगू जिले में कोरोना संक्रमण से भी बड़ा खतरा बना दिखाई देने लगा है। वीरवार को भी डेंगू के नौ नए मामले सामने आए हैं। अभी तक जिले में डेंगू के 172 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें 127 शहरी व 45 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में बुखार से कोई मौत नहीं हुई है। जिला अस्पताल हो या फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, निजी चिकित्सालय सभी जगह बुखार के मरीजों की भीड़ है। इसके अलावा दर्जनों डेंगू और बुखार से पीड़ित मरीज जिले के बाहर दूसरे अस्पतालों में अपना उपचार करवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। रोगियों के लक्षण के आधार पर डेंगू और मलेरिया की जांच की जा रही हैं। लेकिन अभी भी डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। नोडल अधिकारी डा. गौरव भारद्वाज ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू से ग्रस्त मरीजों के घर पर अपनी टीमें भेज रही हैं। जहां पर टीम जाकर डेंगू संक्रमित मरीजों के स्वजन व आस पड़ोस के लोगों की ब्लड स्लाइड बनाई जा रही हैं। जिन्हें डेंगू जांच के लिए सरकारी अस्पताल में लाया जा रहा है। जिसे भी बुखार हैं उन्हें डेंगू की जांच के लिए जागरूक किया जा रहा है। डेंगू के लक्षण

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1. डेंगू बुखार के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है ते•ा बुखार आना और ठंड लगना।

2. ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना।

3. मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना।

4. शारीरिक कम•ाोरी आना, भूख न लगना।

5. डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशे•ा भी हो सकते हैं।

6. डेंगू के दौरान तेज बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है। ऐसे करें डेंगू की रोकथाम

डेंगू की रोकथाम का सबसे पहला और जरूरी कदम यही है कि आप मच्छरों को पैदा होने से रोकें। अपने घर के आसपास जल जमाव न होने दें। गमले और छत पर पड़े डिब्बे, टायरों और पुराने बर्तनों में पानी जमा न होने दें। इस तरह आप मच्छरों को पैदा होने से रोक सकते हैं। घर में साफ़-सफाई रखें, हो सके तो घर में मच्छर रोधक दवाओं का छिड़काव करें। इसके साथ-साथ मच्छरों से बचने के लिए मच्छर-दानी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। साथ ही बाजार में मच्छरों से बचने के लिए क्रीम भी आसानी से उपलब्ध हैं।


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