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चै¨टग के लिए नहीं, बल्कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अब होगा सोशल मीडिया का इस्तेमाल

बलवान शर्मा, भिवानी सोशल मीडिया केवल जनता के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए ही न

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 01:21 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 01:21 AM (IST)
चै¨टग के लिए नहीं, बल्कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अब होगा सोशल मीडिया का इस्तेमाल
चै¨टग के लिए नहीं, बल्कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अब होगा सोशल मीडिया का इस्तेमाल

बलवान शर्मा, भिवानी

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सोशल मीडिया केवल जनता के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए ही नहीं, बल्कि अपराधों पर अंकुश लगाने में अब पुलिस विभाग की सोशल मीडिया मदद करेगा। इसके लिए रोहतक रेंज के आयुक्त ने पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। ऐसे में रोहतक के अलावा भिवानी व दादरी जिलों के पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना होगा।

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि कई बार सोशल मीडिया पर जरूरी सूचना मिल जाती है और इससे पुलिस प्रशासन समय रहते अपराधियों को काबू करने में कामयाब हो जाता है। इसके साथ ही पुलिस कर्मचारी सोशल मीडिया फ्रेंडली भी हो जाते हैं और उन्हें तफ्तीश करने में भी आसानी रहती है।

वैसे तो आधुनिक जमाने में हर कोई सोशल मीडिया पर व्यस्त है। फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर जैसे एप लोकप्रिय बने हुए हैं। विभिन्न राजनैतिक पार्टियों ने तो सोशल मीडिया के लिए अलग से स्पेशल सैल बनाए हुए हैं और वे विरोधी पार्टियों पर सोशल मीडिया के माध्यम से निशाना साधने में जुटे रहते हैं। लेकिन अब पुलिस विभाग ने भी सोशल मीडिया की इस अहमियत को न केवल समझा है, बल्कि विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की हिदायत जारी कर दी गई हैं। ऐसे में पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सोशल मीडिया पर सिर्फ चै¨टग ही नहीं करेंगे, बल्कि इसका इस्तेमाल अपराध पर अंकुश लगाने के लिए भी करेंगे। आमतौर पर पुलिस विभाग की आइटी सैल ही इस तरह के मामलों की जांच करती है। लेकिन अब पुलिस विभाग का हर कर्मचारी सोशल मीडिया पर खुद को महारथ हासिल करने जा रहा है।

थाना प्रभारियों तक उपलब्ध करवाए जाते हैं एंड्रायड फोन

पुलिस विभाग द्वारा थाना प्रभारी स्तर के अधिकारियों तक एंड्रायड फोन उपलब्ध करवाए जाते हैं। लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को एंड्रायड फोन उपलब्ध करवाने का प्रावधान अभी तक नहीं है। ऐसे में थाना प्रभारियों के अधीनस्थ अधिकारियों व पुलिस कर्मचारियों को अपने ही मोबाइल पर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना होगा। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने से मिलेगा फायदा : एसपी

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि कई बार सोशल मीडिया पर अफवाह फैल जाती है। पुलिस अधिकारी व कर्मचारी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहेंगे तो अफवाह का पता तुरंत लग जाएगा और उस पर अंकुश लगाया जा सकेगा। ठीक इसी तरह कोई घटना घटित हो जाती है तो उस पर भी कार्रवाई जल्द से जल्द करना संभव होगा।


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