ऑनर कि¨लग मामला : मौत के घाट उतारने से पहले कहा पीले ¨जदगी की आखिरी बीड़ी, बीड़ी खत्म होते ही सीने में उतार दी गोलिया
जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव झांझड़ा के भानजे वीरेंद्र द्वारा रिश्ते में बहन लगने वाली युवती
जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव झांझड़ा के भानजे वीरेंद्र द्वारा रिश्ते में बहन लगने वाली युवती कविता से प्रेम विवाह करने पर उसके धर्म भाई इनामी बदमाश कुलदीप उर्फ गोरियां ने अपने साथी प्र¨मद्र उर्फ फौजी के साथ मिलकर वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या की थी। यह खुलासा सीआइए पुलिस के हत्थे चढ़े 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश कुलदीप ने पूछताछ में किया है। उसने खुलासा करते हुए कहा कि हत्या करने से पहले वीरेंद्र को बीड़ी पिलाई और स्कार्पियो गाड़ी में ही उससे कहा कि पीले ¨जदगी की आखिरी बीड़ी। बीड़ी खत्म होते ही उसे दो गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया। गाड़ी में साथ बैठी धर्म बहन कविता पर भी गोली चलाई , लेकिन उसे गोली नही लग पाई। बाद में कविता द्वारा हाथ जोड़ने पर सीना पसीज गया और उसे गाड़ी से नीच उतार दिया, जबकि उसके प्रेमी वीरेंद्र की लाश को राजस्थान ले जाकर फेंक दिया। पुलिस गिरफ्त में आए हत्या आरोपित ने कहा कि उसे वीरेंद्र की हत्या करने का कोई मलाल नहीं है। 21 मार्च 2018 का है मामला
सिवानी क्षेत्र में 21 मार्च 2018 का है। इस दिन गांव झांझड़ा निवासी सुरेश ने थाने में शिकायत दी थी कि उसकी लड़की कविता ने विरेंद्र से प्रेम विवाह किया था, जिसकी कुलदीप उर्फ गोरिया और प्रमिंद्र फौजी ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की। जांच के दौरान पता चला कि घंघाला गांव निवासी विरेंद्र दो साल से अपने मामा के गांव झांझड़ा श्योराण रहता था। विरेंद्र ने अपने मामा के गांव की लड़की कविता से प्रेम विवाह कर लिया और वापस जाकर अपने गाव घंघाला रहने लगा था। कविता और विरेन्द्र के प्रेम विवाह पर पूरे झांझड़ा गांव को एतराज था। मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि विरेंद्र की पहले भी शादी हो चुकी थी और वह दो बच्चों का पिता था। विरेंद्र की पहली पत्नी लकवा से पीड़ित थी। सीआइए पुलिस टीम ने एएसआइ राजेश के नेतृत्व में कड़ी मेहनत कर मुख्य आरोपित कुलदीप उर्फ गौरिया को गिरफ्तार किया है। गांव में पंचायत होने के बाद धर्म भाई कुलदीप ने रची हत्या की साजिश
इस प्रेम विवाह को लेकर गांव झांझड़ा में कई बार पंचायत भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद कविता के गांव झांझड़ा निवासी कुलदीप उर्फ गोरिया अपने साथी प्रमिंद्र उर्फ फौजी के साथ मिलकर कविता व विरेंद्र की हत्या की साजिश रच दी। बहाने से कविता को मां से मिलने के लिए गांव बुलाया
डीएसपी विरेंद्र ¨सह ने बताया कि गोरिया कविता के घर उसकी ससुराल घंघाला गांव गया। चार-पांच रोज बाद उसकी मां से मिलने के लिए उसे अपने घर बुलाया। कविता अपने पति के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में आ रहे थे। इसी दौरान गांव गिगनाऊ के पास गोरिया और फौजी ने उन्हे रोका और गोलियां मार कर विरेन्द्र की हत्या कर दी। हत्या कर उसके शव को राजस्थान के निमा क्षेत्र में उसका शव फैंक कर वापस आ गए। इस दौरान उन्होंने कविता पर भी एक गोली चलाई, लेकिन वो बच गई और माफी मांगने पर उसे रास्ते में गाड़ी से उतार दिया। कुलदीप उर्फ गोरिया का साथी प्रमिंद्र फौजी बहुत बड़ा अपराधी है। राजस्थान में बैंक डकेती और एक पुलिस कर्मचारी की हत्या का आरोपी है और फरार होकर गोरिया के पास उसकी झोपड़ी में रहता था। इस घटना के बाद फौजी ने हड़ौदी गांव के सरपंच की भी गोली माकर हत्या की थी। बाद में वह पुलिस के हत्थे चढ़ा और अब राजस्थान जेल में बंद है। अपनी धर्म बहन के पति का हत्या करने वले गौरिया पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम रखा था। गोरियां को वीरेंद्र की हत्या का नहीं है कोई मलाल
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपित गोरिया ने कहा कि कोई बहन बेटी गलत काम करे तो उसे मंजूर नहीं। गोरिया ने कहा कि उसकी बहन भांजे के साथ बहु बनकर रहे ये उसे मंजूर नहीं था। कविता के पति विरेन्द्र को दो गोली मैंने और एक फौजी ने मारी। कविता ने खुद को भी गोली मारने की बात कही तो एक गोली उस पर भी चलाई, लेकिन गोली पास से निकलने पर वह बच गई। गोरिया ने कहा कि आज उसे अपनी धर्म बहन के पति की हत्या को करने पर ना तो कोई मलाल है ना ही किसी प्रकार का धोखा। उसने बताया कि जब उसकी बहन ने गलत काम किया तो उसके लिए वह पूरी उम्र जेल काटने को तैयार है।