तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी, गर्मी से मिली राहत
पिछले चार दिनों की तरह मंगलवार को भी तापमान में गिरावट क
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पिछले चार दिनों की तरह मंगलवार को भी तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। हालांकि सुबह से ही मौसम साफ रहा तथा धूप खिली। लेकिन हवाओं में नमी पहले की तरह बनी रही। मौसम का असर दादरी नगर के बाजारों, मंडियों, व्यवसायिक स्थलों, सार्वजनिक स्थानों पर दिखाई दिया। बाजारों में सुबह 10 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित दुकानें खुलने के समय तक खासी भीड़ देखी गई। भीड़ के चलते कोरोना संक्रमण बचाव के नियमों की भी अवहेलना होती दिखाई दी। पिछले चौबीस घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम में बदलाव के बावजूद बाजारों में खाने पीने के सामान की मांग पिछले एक सप्ताह की तरह बनी रही। सभी दुकानें खुलने से कन्फैंक्शनरी, स्टालों इत्यादि पर आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिक्स की खासी बिक्री होती दिखाई दी। जानकारों का कहना है कि जून के तीसरे सप्ताह तक तापमान में एक बार पुन: तेजी बनने का दौर जारी होगा। इसके बाद अंतिम सप्ताह में प्री मानसून, मानसून की वर्षा के बाद मौसम में बदलाव आता जाएगा। हालांकि इसके बावजूद उमस भरा मौसम अगले माह तक बना रह सकता है। पेयजल संकट गहराया
स्थानीय प्रशासन, जन स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों के बावजूद दादरी नगर की दर्जनों घनी जनसंख्या वाली कालोनियों में इस बार गर्मी के आगाज के साथ ही पेयजल संकट दिखाई देने लगा था। विशेषकर दादरी नगर के पुराने भाग, बाहरी कालोनियों में पीने के पानी की समस्या बदस्तूर जारी है। यहां के लोगों का कहना है कि उनके यहां दो तीन दिन में केवल एक बार पानी की सप्लाई आती है। इसी प्रकार कई कालोनियों में दूषित पेयजल आपूर्ति की समस्या भी पहले की तरह बनी हुई है। हालांकि मौसम में बदलाव के साथ पानी की मांग बढ़ी है लेकिन बाहरी कालोनियों में महिलाएं दिनभर दूरदराज व आसपास से पेयजल के लिए प्रयास करती देखी जा सकती हैं। अस्पतालों में बढ़ी भीड़
पिछले कुछ दिनों से तापमान में उतार चढ़ाव, हवाओं में नमी के चलते दादरी जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की संक्रामक व वायरस से जुड़ी बीमारियों से प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या से स्थिति की गंभीरता का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। स्थानीय चिकित्सक लोगों को साफ सफाई रखने, खानपान, रहन सहन में मौसम के अनुसार बदलाव करने की सलाह दे रहे हैं।