मुख्यमंत्री का जिला 17वें पायदान पर तो शिक्षा मंत्री का गृह जिला रहा दूसरे स्थान पर
जागरण संवाददाता, भिवानी : इस बार दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में कई बड़े उलटफेर हु
जागरण संवाददाता, भिवानी : इस बार दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में कई बड़े उलटफेर हुए हैं, वहीं शिक्षा विभाग की व्यवस्था पर भी नए सवाल भी खड़े किए हैं। नए नए बने चरखी दादरी जिले ने बोर्ड के परीक्षा परिणामों में पहली बार में प्रदेश में टॉप कर शिक्षा जगत में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। बोर्ड के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करें तो प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री का जिला सत्रहवें स्थान पर खिसक गया है और शिक्षा मंत्री का दूसरे स्थान पर। सवाल उठता है कि क्या मुख्यमंत्री के जिले में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। क्या वहां पर शिक्षकों की कमी है या कुछ और इसके विपरीत शिक्षा मंत्री के जिले महेन्द्रगढ़ की स्थिति काफी अच्छी रही है। यह ठीक है कि इस जिले में शिक्षा को लेकर काफी सुधार किया गया पर सवाल उठता है कि करनाल में ऐसे कदम क्यों नहीं उठाए गए। शिक्षा जगत के इस तरह के सवालों का जवाब सरकार को आने वाले दिनों में देने पड़ सकते हैं।
हालांकि भिवानी जिले की स्थिति ¨चताजनक रही है और इस जिले के शिक्षा विभाग को नए सिरे से मेहनत करने की जरूरत से इंकार नहीं किया जा सकता है। बोर्ड रिजल्ट की खास बात यह रही है कि पहले की तरह इस बार भी शिक्षा मंत्री का जिला दूसरे स्थान पर रहा है, जबकि पलवल एक बार फिर से फिसड्डी साबित हुआ।
परीक्षा परिणाम पर नजर दौड़ाई जाए तो दादरी 69.76 फीसद के साथ प्रथम स्थान पर रहा है, जबकि 39.35 फीसद के साथ पलवल अंतिम स्थान पर रहा है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का जिला महेन्द्रगढ़ 65.30 फीसद के साथ दूसरे स्थान पर रहा है। जबकि रेवाड़ी 64.25 के साथ तीसरे स्थान पर रहा है। झझर 61.42 फीसद के साथ चौथे स्थान पर रहा है। सोनीपत 56.45 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर रहा है। हिसार जिले ने 56.03 फीसद के साथ छटे स्थान पर कब्जा किया है। 54.85 फीसद पास प्रतिशतता के साथ रोहतक सातवें स्थान पर रहा है। भिवानी को 53.88 फीसद के साथ आठवें स्थान से संतोष करना पड़ा। 53.01 फीसद पास प्रतिशतता के साथ नौवें स्थान पर पानीपत जिला रहा। 52.46 फीसद पास प्रतिशतता के साथ सिरसा दसवें स्थान पर रहा। जींद 52.08 फीसद ग्यारहवें स्थान पर रहा है। 49.37 फीसद के साथ कैथल बारहवें स्थान पर रहा है। 13 वें स्थान पर रहे फतेहाबाद जिले का पास प्रतिशत 48.99 फीसद रहा है। कुरुक्षेत्र 48.69 फीसद 14 वें स्थान पर रहा। 47.04 फीसद के साथ गुरुग्राम 15वें स्थान पर खिसक गया है। 45.49 फीसद पास प्रतिशतता के साथ पंचकुला 16 वें स्थान पर रहा है। 44.99 फीसद पास प्रतिशतता के साथ मुख्यमंत्री का जिला करनाल सत्रहवें स्थान पर रहा है। 44.18 फीसद के साथ अंबाला अठारहवें स्थान पर रहा है। 42.63 फीसद पास प्रतिशत के साथ फरीदाबाद उन्नीसवें स्थान पर खिसक गया है। 20 वें स्थान पर यमुनानगर 41.99 फीसद पास प्रतिशतता के साथ रहा है। मेवात 39.80 फीसद पास प्रतिशतता के साथ 21 वें स्थान पर व अंतिम पायदान पर पलवल 39.35 फीसद पास प्रतिशतता के साथ रहा है। जिला लड़के लड़कियां कुल
1.चरखी दादरी 66.53 73.58 69.76
2.महेंद्रगढ़ 62.06 69.07 65.30
3. रेवाड़ी 61.10 67.62 64.25
4. झज्जर 56.26 67.58 61.42
5. सोनीपत 52.61 61.52 56.45
6. हिसार 52.70 59.86 56.03
7. रोहतक 51.26 59.03 54.85
8 भिवानी 51.19 56.86 53.88
9. पानीपत 48.46 58.54 53.01
10. सिरसा 48.61 56.71 52.46
11.जींद 50.46 53.80 52.08
12.कैथल 46.27 52.87 49.37
13. फतेहाबाद 46.80 51.36 48.99
14.कुरुक्षेत्र 43.52 55.03 48.69
15.गुरुग्राम 44.22 50.34 47.04
16.पंचकुला 36.74 54.32 45.49
17.करनाल 41.46 48.81 44.99
18.अंबाला 38.35 50.93 44.18
19.फरीदाबाद 38.76 47.32 42.63
20.यमुनानगर 36.96 48.05 41.99
21. मेवात 38.41 43.06 39.80
22. पलवल 39.01 39.81 39.35 आलओवर 47.61 55.34 51.15