सिविल लाइन पुलिस ने किए चार कर्मचारी नेताओं को गिरफ्तार
भिवानी : हरियाणा रोडवेज में 720 निजी बसों के विरोध से शुरू हुई हड़ता
जागरण संवाददाता, भिवानी : हरियाणा रोडवेज में 720 निजी बसों के विरोध से शुरू हुई हड़ताल अब रोचक मोड़ पर आ गई है। पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की तलाश के लिए पुलिस भी छापेमारी में जुटी हैं वहीं अब तक 15 कर्मचारी नेताओं को सिविल लाइन पुलिस गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज चुकी है।
शुक्रवार को भी सिविल लाइन पुलिस ने नगर परिषद सहित कई अन्य विभागों के संगठन के चार नेताओं को गिरफ्तार किया, जिन्हें न्यायालय में पेश किए जाने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं धरना एवं प्रदर्शन स्थलों पर भी पुलिस की मोर्चाबंदी के चलते संगठनों के नेता भूमिगत हो चुके हैं। हालांकि रोडवेज विभाग के कर्मचारी अपने आंदोलन को किसी भी सूरत में कमजोर नहीं होने देने की बात कह रहे हैं वहीं ग्राम पंचायतों एवं खापों से भी समर्थन जुटाने में लगे हैं। वहीं सरकार भी आंदोलनकारियों से निपटने के लिए सख्त मूड में आ गई है, यही वजह है कि लाठीचार्ज और पथराव प्रकरण के बाद से ही भिवानी में कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं होने दिया गया है।
गत 16 अक्टूबर से आरंभ हुई रोडवेज संगठनों की हड़ताल में धीरे धीरे कई संगठन कूद गए और सरकार के खिलाफ व्यापक मोर्चा खोल दिया। रोडवेज के साथ साथ बिजली निगम, पब्लिक हेल्थ, नगर परिषद, शिक्षा बोर्ड कर्मचारी संगठन के अलावा दर्जन भर से अधिक जनसंगठनों ने भी हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में ताल ठोकी। इसी कड़ी में बुधवार को बस स्टैंड परिसर का घेराव करने के लिए सैकड़ों कर्मचारी जुटे और फिर कर्मचारियों का आंदोलन उग्र हो गया था। इसी दौरान कथित तौर पर बस स्टैंड से निकल रही रोडवेज बस पर पत्थराव किया गया। इस पर पुलिस ने कर्मचारियों पर लाठी भांजी और दर्जन भर नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था। सिविल लाइन पुलिस ने 11 कर्मचारी नेताओं की गिरफ्तारी के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। शुक्रवार को भी सिविल लाइन पुलिस ने नगर परिषद संगठन के पुरुषोत्तम दानव, प्रदीप, महावीर, सुभाष को गिरफ्तार किया है।
इस सम्बंध में सिविल लाइन पुलिस थाना प्रभारी अजीत ¨सह ने बताया कि रोडवेज हड़ताल के समर्थन में जिन कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और जो कर्मचारी आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे थे, उन सभी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा। अब तक 15 कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं, जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस छापेमारी कर अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी का भी प्रयास कर रही है।