भेंस-बकरी पालने का लालच देकर एक और चिट फंड कंपनी भिवानी से लोगों के करीब 25 करोड़ रुपये लेकर हुई फुर्र
अशोक ढिकाव, भिवानी प्रदेश में चिट फंड कंपनियों की बाढ़ आई हुई है। भिवानी से भी पूण
अशोक ढिकाव, भिवानी
प्रदेश में चिट फंड कंपनियों की बाढ़ आई हुई है। भिवानी से भी पूणे महाराष्ट्र की एक चिट फंड कंपनी लोगों को मोटा ब्याज देने के नाम पर करीब 25 करोड़ों रुपये लेकर फुर्र हो गई है। कंपनी ने लोगों को अपने झांसे में फंसाते हुए कहा था कि लोगों से एकत्रित की गई रकम से भैंस और बकरी पालन में लगाएंगे। जिससे मोटी आमदनी होने पर मोटा मुनाफा सबको दिया जाएगा। यह रकम केवल भिवानी के पांच हजार लोगों की है।
प्रदेश भर में कंपनी से करीब एक लाख लोग जुड़े हुए थे और अरबों रुपये अपनी गाढ़ी कमाई के कंपनी में जमा करवाई हुई थी। हरियाणा के हर जिला मुख्यालय पर कंपनी के ऑफिस होते थे, जिन पर अब ताले लटके पड़े हैं। ठगी का शिकार हुए व्यक्तियों ने पुलिस से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
भिवानी निवासी शिवकुमार प्रजापति, सुरेंद्र, कैरू निवासी विनोद, गांव हालुवास निवासी सत्यवान ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2009 में समृद्ध जीवन फूड्स इंडिया लि. कंपनी आई थी। कंपनी के सीएमडी महेश किशन मोतेवार, हरियाणा का प्रभारी यमुनानगर के नवनीत विनायक व जगदीप विनायक को बनाया हुआ था। भिवानी का प्रभारी राजीव भारद्वाज को बनाया हुआ था। कंपनी के अधिकारियों ने आम लोगों से घर-घर जाकर संपर्क साधना शुरू किया। कंपनी ने अपना कार्यालय हुडा सिटी सेंटर के समीप स्थापित किया। कंपनी ने लोगों को मोटा ब्याज देने के नाम पर प्रति माह 500 रुपये से लेकर लाखों रुपये जमा करवाए। कंपनी ने भरोसा दिलाया कि प्रति माह 500 रुपये लगातार पांच वर्ष तक जमा करवाने पर लगभग 50 हजार रुपये मिलेंगे। इस इसके साथ ही कंपनी ने अपने एजेंट बना कर उन्हें भी मोटी कमिशन देने का झांसा दिया। कंपनी ने चेन सिस्टम से अपने साथ चंद महीनों में ही करीब पांच हजार व्यक्ति भिवानी व दादरी के इस कंपनी से जुड़ गए। इतना ही नहीं कंपनी ने पांच से दस साल की एफडी के नाम पर भी लोगों की रकम जमा करवाई, लेकिन जब कंपनी को म्यच्योरटी होने पर रकम देने का समय आया तो कंपनी ने पहले तो अपने ऑफिस एक स्थान से दूसरे स्थान पर बदलने शुरू कर दिए। आम लोग वर्ष 2016 से 17 तक कंपनी के ऑफिस को ढूंढने में लगे रहे। कंपनी ने इसके बाद महम रोड के समीप अपना ऑफिस खोलकर कुछ लोगों की रकम वापस भी की, लेकिन बाद में अचानक अब इस ऑफिस पर भी कई माह से ताला लटका हुआ हुआ है। कंपनी के अधिकारियों के फोन बंद आते हैं तो कंपनी से जुड़े एजेंटों के घर लोग चक्कर लगा रहे है, लेकिन एजेंटों की स्थिति भी यह है कि वह सब कुछ गंवाने के बाद अपने घर तक बेचने को मजबूर हो रहे हैं। शिव कुमार प्रजापति, सुरेंद्र, सत्यवान ने बताया कि वह करीब एक साल से अपनी डूबी हुई रकम दिलाने व कंपनी पर कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक, सीएम से शिकायत कर रहे है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालुवास निवासी सत्यवान के दो करोड़ रुपये डूबे
गांव हालुवास निवासी सत्यवान ने बताया कि मैंने 500 जानकार लोगों के करीब दो करोड़ रुपये कंपनी में जमा करवाए हुए थे, जो कि लेकर ये कंपनी अब गायब हो गई है। कंपनी के अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर लिये है।
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सुरेंद्र ने जमा करवाए हुए थे 60 लाख रुपये
- नुनसर जोहड़ भिवानी निवासी सुरेंद्र ने बताया कि उसने भी अपने परिवार व जानकार लोगों के करीब 60 लाख रुपये कंपनी में जमा करवाए थे, लेकिन एक पैसा भी वापस नहीं मिला है। अब उक्त लोग रोजाना उसके घर आकर पैसा दिलाने की मांग करते है। कंपनी के कार्यालय जाते है तो बंद मिलता है। -----
निवेशकों से ली गई रकम भैंस-बकरी पालने में लगाने का देते थे भरोसा
-कंपनी अधिकारी निवेशकों को भरोसा देते थे कि देश के 16 राज्यों में कंपनी के कार्यालय व लाखों एकड़ जमीन है। इस जमीन पर कंपनी भैंस-बकरी पालन का कारोबार करती है। जिससे निवेशकों के पैसे को कोई जोखिम नहीं है। इस कारोबार से ही रकम को बढ़ा कर निवेशकों को लौटाया जाएगा।
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पूणे महाराष्ट्र में बताती थी कंपनी अपना हेड ऑफिस
निवेशकों को बताया गया था कि कंपनी का मुख्य कार्यालय फरगुशन कालेज के सामने शिवाजी नगर पूणे महाराष्ट्र में है। ठगी के शिकार हुए लोग इस कार्यालय तक भी दौड़ लगा चुके है, लेकिन उन्हें वहां से डरा धमका कर भगा दिया जाता है।