सेना में भर्ती के नाम पर चल रहा ऐसा गोरखधंधा, ऐसे ठगी का श्ािकार हो रहे युवा
सेना में भर्ती के नाम पर कुछ शातिर लोग युवाओं को अपना शिकार बना रहे हैं। भिवानी में एक दंपती ने आठ युवाओं को सेना का फर्जी ज्वानिंग लेटर देकर 56 लाख रुपये ठग लिये।
भिवानी, जेएनएन। एक जालसाज दंपती ने आठ युवकों को उनकी नौकरी लगवाने के बहाने 56 लाख रुपये ठग लिए। ठग दंपती ने युवाओं से आधी रकम पहले देने को कहा था और आधी ज्वानिंग लेटर मिलने के बाद। महीने भर के भीतर युवाओं को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर बाकी आधी रकम भी ले ली। जब नौकरी नहीं मिली तो रकम मांगने पर जो चेक दिया, वह बाउंस हो गया। इसके बाद पति-पत्नी भिवानी छोड कर हिसार में रहने लगे। अब छह साल बाद युवाओं ने पुलिस में केस दर्ज कराया है।
दंपती ने फर्जी ज्वानिंग लेटर देकरआठ युवकों से ठगे 56 लाख
ठगे गए युवाओं में से एक गांव मिताथल निवासी इतेंद्र ने पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में बताया कि वह भिवानी के दिनोद गेट स्थित एक निजी अस्पताल में नौकरी करता था। जुलाई 2012 में गणपतराय अस्पताल के पीछे किराये पर रहने वाला सुनील ठेकेदार व उसकी पत्नी पिंकी अपनी बेटी का इलाज कराने उनके अस्पताल में आए। इस दौरान उनसे जान पहचान हुई। दोनों ने बताया कि वह गांव जांडली खुर्द जिला फतेहाबाद के रहने वाले है। भिवानी में ओवरब्रिज बनाने का ठेका लिया हुआ है।
युवक ने पुलिस को बताया, सुनील ने उससे कहा कि सरकार में उसकी पहुंच है। बेरोजगार युवा हो तो सरकारी नौकरी लगवा देंगे। उसने पहले खुद की नौकरी के लिए बात की। सुनील ने नौकरी लगवाने के लिए सात लाख रुपये मांगे। सुनील ने कहा कि आधी रकम पहले देना और आधी ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद।
इतेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सुनील के झांसे में आने पर उसने अपने दोस्त व परिवार के लोगों को यह बात बताई। इस पर इतेंद्र व उसके गांव के युवक सेवाराम, सतबीर, अजय, विजय, समीन, राजेश, संदीप ने मिलकर एकमुश्त में ही सुनील और उसकी पत्नी को सितंबर 2012 को 28 लाख रुपये दे दिए। शेष 28 लाख रुपये ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद देने की बात हुई।
इतेंद्र ने बताया कि अक्टूबर 2012 को दंपती ने आठों युवकों को आर्मी का ज्वानिंग लेटर थमा दिया। इसके अनुसार 11 जनवरी 2013 को उनकी आर्मी में ज्वाइनिंग होनी थी। इसके बाद सुनील के साथ आठों ज्वाइन करने के लिए दिल्ली गए। सुनील ने वहां किसी व्यक्ति से मिलवाया। उसने कहा कि दस दिन बाद ज्वाइन करवा देंगे, लेकिन बाद में लेटर जब आर्मी अधिकारियों से चेक करवाया, तो फर्जी निकला।
इतेंद्र ने बताया कि सारा मामला पता चलने पर बाद में उन्होंने दंपती से अपनी रकम वापस मांगी। दोनों ने कहा कि 56 लाख रुपये वह चार-चार लाख रुपये की किस्त में वापस लौटा देंगे। सुनील ने इन युवकों को चार लाख रुपये का चेक थमाया। यह चेक भी बाउंस हो गया। इसके बाद ठग दंपती भिवानी छोड़कर हिसार में जाकर रहने लगा। बार-बार प्रयास करने के बाद भी उसने एक पैसा उन्हें वापस नहीं किया। इसके बाद पुलिस में पुलिस शिकायत दी गई।