चौपाल पर चर्चा : चंपापुरी वाले बोले, केंद्र में मजबूत सरकार व सक्षम पीएम जरूरी
जागरण संवाददाता चरखी दादरी लोकसभा चुनाव को लेकर दिनों दिन तेज होती जा रही सरगर्मियो
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : लोकसभा चुनाव को लेकर दिनों दिन तेज होती जा रही सरगर्मियों के बीच इन दिनों जहां भी सार्वजनिक स्थानों, चौपालों, हुक्कों पर कुछ लोग बैठे दिखाई देते है घुमा फिराकर उनकी चर्चाओं के केंद्र में चुनाव समीकरणों, मुद्दों, प्रत्याशियों की संभावनाओं पर बहस होती नजर आती है। ऐसी ही स्थिति बृहस्पतिवार को दादरी शहर के साथ लगते गांव रावलधी के समीप चंपापुरी क्षेत्र में दिखाई दी जब वहां कुछ लोग हुक्के पर बैठे चुनावी चर्चाओं में उलझे हुए थे। दैनिक जागरण के छायाकार जगदीप सिंह ने भी मौजूदा सियासत, चुनावी हालातों में उनकी राय जानी तो कुछ नई बातें उभरकर सामने आई। हुक्के पर बैठे लेखराम ने कहा कि आज चाहे किसी भी स्थानीय मुद्दों, जनसमस्याओं, प्रत्याशियों की बात हो रही हो लेकिन आखिर तक चुनाव केन्द्र में एक मजबूत सरकार व भावी प्रधानमंत्री पर आकर ही टिकेगी। प्रधानमंत्री के रूप में उस समय नरेंद्र मोदी एक बड़ा मुद्दा बन जाएगा। चांदूलाल ने भी इस राय में शामिल होते हुए कहा कि देश को कड़ा फैसला लेने वाला प्रधानमंत्री चाहिए। अब रबर स्टंप की जरूरत नहीं है। इन दोनों के ही साथ बैठे जीतराम ने कहा कि अभी तक आम लोग खुलकर सामने नहीं आए है लेकिन अगले आठ, दस दिनों में स्थितियां बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि चुनाव लोकसभा के है लेकिन किसानों, श्रमिकों, दुकानदारों, कर्मचारियों का रूख भी काफी कुछ तय करेगा। आज कोई भी बात एक नजरिये से नहीं कहीं जानी चाहिए। चंपापुरी क्षेत्र में हुक्के पर बैठे विनोद कुमार व जयनारायण के मुताबिक सब प्रत्याशी, उनकी पार्टियों के नेता अपनी अपनी बात कहेंगे लेकिन बदलते समय के अनुसार आम लोग अपना भला बुरा समझने लगे है। अधिकतर लोग केन्द्र में मिली जुली नहीं बल्कि एक मजबूत व पांच वर्ष चलने वाली सरकार के पक्ष में है। सोमबीर भी उनसे सहमत दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि सरकार तो स्थाई होनी ही चाहिए लेकिन गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर भी लोगों की कुछ अपेक्षाएं है।
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ग्रामीण परिवेश है चंपापुरी का
दादरी नगर व गांव रावलधी के बीच आबाद चंपापुरी क्षेत्र ग्रामीण परिवेश का क्षेत्र है। यहां बड़ी संख्या में खेती व्यवसाय से जुड़े लोग व श्रमिक रहते है। इसी क्षेत्र में पिछले वर्षो दर्जनों लघु उद्योगों की स्थापना हो चुकी है।