Bhiwani News: वर्षा में भीगी खराब सरसों को ही कट्टों में भरकर प्रदेश सरकार को लगा रहे चूना
वर्षा से मंडी में खुले में रखी लाखों क्विंटल सरसों खूब भीगी। अब इस भीगी सरसों से दुर्गंध आने लगी है और यह खराब हो गई है। इसके बावजूद हैफेड के अधिकारी अपना गिरेबान बचाने के लिए इस खराब सरसों को ही कट्टों में भरवाकर गोदामों में भेज रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भिवानी: पिछले दो सप्ताह में चार बार हुई वर्षा से मंडी में खुले में रखी लाखों क्विंटल सरसों खूब भीगी। अब इस भीगी सरसों से दुर्गंध आने लगी है और यह खराब हो गई है। इसके बावजूद हैफेड के अधिकारी अपना गिरेबान बचाने के लिए इस खराब सरसों को ही कट्टों में भरवाकर गोदामों में भेज रहे हैं।
रविवार को दैनिक जागरण की टीम ने मंडी का निरीक्षण किया तो मजदूर भराई और कट्टों की सिलाई का कार्य छोड़ दूर खड़े हो गए। अधिकारी भी मामले पर बोलने से बच रहे हैं। सरसों वर्षा में भीगने के बाद सुखाई तो गई पर खराब होने के चलते उसके ढेले तक जमे थे। उनको भी कट्टों में भरा जा रहा था। जब उनको फोड़कर देखा गया तो वह चूरा में तब्दील होते गए। यह बताया गया कि भीगने से यह सरसों खराब हो गई।
किसानों के लिए अनेक नियम, यहां न झार, न सफाई
सरसों की खरीद के समय बेशक किसानों के लिए अनेक नियम लागू किए जा रहे हैं, नमी जांची जा रही है, झार अनिवार्य है। मगर अब भीगी सरसों को बिना किसी नियम कायदे के कट्टों में भरा जा रहा है। जो सरसों कट्टों में भरी जा रही थी उसकी सफाई तक नहीं की गई थी। उस सरसों में कचरा ही कचरा नजर आ रहा था।
जिले की मंडियों में सरसों खरीद की बात की जाए तो अब तक लगभग 120822 टन सरसों की खरीद हो चुकी है। इसमें से करीब 68256 टन सरसों का उठान हो चुका है। यूं कहें कि 56 प्रतिशत के लगभग सरसों का उठान हो चुका है और 46 प्रतिशत से ज्यादा सरसों अभी भी मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी है। वर्षा में खराब होती जा रही है।
खराब गेहूं के भी ये ही हालात
अनाज मंडी में वर्षा से खराब हुए गेहूं को भी सुखाकर कट्टों में भरने की तैयारी में मजदूर दिखे। वहां बताया गया कि इसे कट्टों में भरा जाएगा और यह पशुओं के चारे के रूप में प्रयोग होगा।
सरसों की साफ सफाई करके कट्टों में भरा जा रहा है। फिर भी कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी है तो इसके बारे में अभी पता करता हूं। नियमों के अनुसार ही काम किया जाएगा। राजेंद्र सिंह, जिला मैनेजर, हैफेड।