भिवानी डिपो ने हाईटैक कंपनी को पत्र लिख मांगे 25 चालक, आज मिलने की उम्मीद
जागरण संवाददाता, भिवानी : 9वें दिन भी रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे। अनेक कर्मचारी स
जागरण संवाददाता, भिवानी : 9वें दिन भी रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे। अनेक कर्मचारी संगठनों ने भी हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन, सेमिनार किए। अनशन और धरना प्रदर्शन कर चेतावनी दी। उधर भिवानी प्रशासन ने हड़तालियों के विकल्प के लिए हाईटैक कंपनी को पत्र लिख 25 चालक मांगे हैं। इन चालकों के 25 अक्टूबर को मिलने की उम्मीद है। भिवानी डिपो और तोशाम सब डिपो से 39 सरकारी और 53 प्राइवेट बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ी। परिवहन सेवा सुचारु बनाए रखने के लिए 25 होमगार्ड परिचालक, 20 दमकल चालक, ड्राइ¨वग स्कूल से 7 चालक और 11 एक्स सर्विसमैन चालकों से भी सेवाएं ली गई। एसडीएम एवं रोडवेज महाप्रबंधक सतीश कुमार बस अड्डे और वर्कशाप में पूरी व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए जुटे रहे।
बुधवार को भी हड़ताल का पूरा असर नजर आया। प्रशासन ने भी विकल्प के रूप में कदम उठाए पर यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ा और गंतव्य तक पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। मुख्य रूप से चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 9 दिन से चंडीगढ़ के लिए नहीं चल रही बसें
चंडीगढ़ जाने के लिए पिछले 9 दिन से यात्रियों को सरकारी और प्राइवेट किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल रही है। ऐसे में उनको दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। चंडीगढ़ जाने वालों के लिए भिवानी से रेलगाड़ी ही मुख्य सहारा बची है। यात्रियों का कहना है कि किसी तरह हड़ताल खत्म हो जाए तो कुछ राहत मिले। भिवानी डिपो की बसों ने 39 और प्राइवेट ने लगाए 139 फेरे
रोडवेज की हड़ताल के 9वें दिन भिवानी डिपो की बसों ने 39 और प्राइवेट बसों ने 139 फेरे लगाए। तोशाम सब डिपो की 11 बसों ने 32 फेरे लगाए। भिवानी और तोशाम सब डिपो की मुख्य रूटों पर बसों के फेरे इस प्रकार रहे। सरकारी बसों के फेरे
दिल्ली 2 2
लोहारू 4 8
बहल 3 6
झोझू 2 4
दादरी 3 6
जीद 2 4
हांसी 3 6
गुरुग्राम 2 4
झज्जर 3 6
सारंगपुर 2 4
तोशाम 2 6 तोशाम सब डिपो से इन रूटों पर चली बसें रूट बसों की संख्या बसों ने लगाए चक्कर
तोशाम-हांसी 2 4
तोशाम-हिसार 2 4
तोशाम-भिवानी 2 4
तोशाम-बहल 2 4
तोशाम-सतनाली 2 4
तोशाम-लोहारू 2 4
तोशाम-सिवानी 2 4 बस अड्डे पर यात्रियों की संख्या घट रही
आमतौर पर हर रोज बस अड्डे से 30 हजार के लगभग यात्री होते थे जो घट कर पांच हजार से भी कम रह गए हैं। प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी यात्री नहीं पहुंच रहे हैं। हड़ताल के चलते यात्री बस अड्डे पर पहुंचने की बजाय जहां उपलब्ध हो वहीं से निजी सवारी वाहनों का ही सहारा ले रहे हैं। बसों का इंतजार करते रहे यात्री
बस अड्डे पर यात्री बसों का इंतजार करते रहे। बस अड्डे पर हिसार जाने के लिए आए पवन कुमार और सतीश कुमार का कहना था कि बस का इंतजार करते हुए आधे घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। बस अड्डे पर आए बाढ़ड़ा के राजेश, तोशाम के संजय ने बताया कि हड़ताल ने बुरा हाल कर दिया है। सरकार इसका समाधान निकाले। सुचारू बस सेवा के लिए हर संभव प्रयास : प्रबंधक
भिवानी डिपो और तोशाम सब डिपो से यात्रियों को सुचारू परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। विकल्प भी लगातार जुटाए जा रहे हैं। हड़ताल के 9वें दिन सरकारी 39 बसें चली। विकल्प के रूप में चालक परिचालकों को भी आउट सोर्सिंग के आधार पर बुलाया जाएगा।
रविश हुड्डा, प्रबंधक
रोडवेज वर्कशॉप