महंत सेवापुरी ने शुरू की पांच धूणों के बीच तपस्या
लोगों को महामारी से बचाने तथा मंगलकामना के लिए महंत सेवापुरी ने पांच धूणों के बीच 21 दिन की तपस्या शुरू की है। तपस्या सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक चलती है।
जागरण संवाददाता, भिवानी: एक तरफ जहां गर्मी के कारण लोगों को बुरा हाल है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को महामारी से बचाने तथा मंगलकामना के लिए महंत सेवापुरी ने पांच धूणों के बीच 21 दिन की तपस्या शुरू की है। तपस्या सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक चलती है। इस दौरान महाराज के चारों तरफ आग के धूणे जलाए जाते हैं तथा उनके बीच में बैठकर महाराज शहर के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कामना कर रहे हैं।
पिछले 55 सालों से महंत सेवापुरी यह तपस्या करते आ रहे हैं। इसके अलावा वे सर्दियों में 41 दिनों की जलधारा तपस्या करते हैं। तपस्या शुरू होने पर डेरे के अंदर बने कुश्ती अखाड़ा में बच्चों को कुश्ती के दांव पेंच सिखाए जाते हैं। तपस्या शुरू होने पर नीरज, अमित, अनमोल, सोमबीर सहित अनेक लोग उपस्थित थे।