गाड़ी लूटने की नीयत से चाकू से रेता चालक का गला, गंभीर
दादरी-भिवानी मुख्यमार्ग पर उत्सव गार्डन के समीप दो युवकों ने
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
दादरी-भिवानी मुख्यमार्ग पर उत्सव गार्डन के समीप दो युवकों ने गाड़ी लूटने की नीयत से एक कार चालक का चाकू से गला रेत दिया। जिससे गाड़ी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक द्वारा हिम्मत दिखाने व गाड़ी स्टार्ट न होने पर हमलावर गाड़ी लूटने में कामयाब नहीं हो पाए। बाद में गंभीर अवस्था में गाड़ी चालक खुद ही गाड़ी को चलाकर अस्तपाल में पहुंचा और अपना उपचार शुरू करवाया। दादरी के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायल कार चालक को भिवानी रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी अस्पताल में पहुंची। महेंद्रगढ़ निवासी सतीश गाड़ी चलाने का कार्य करता है। घायल सतीश ने पुलिस को बयान देते हुए बताया कि शनिवार सुबह वह अपनी वर्ना गाड़ी में मरम्मत कार्य करवाने के लिए भिवानी गया था। भिवानी में गाड़ी ठीक करवाने के बाद जब वह शाम को वापिस महेंद्रगढ़ जा रहा था तो दादरी में उत्सव गार्डन के समीप सड़क में गड्ढे बने होने के कारण उसने गाड़ी धीमी कर ली। इसी दौरान अचानक बाहर से दो युवकों ने उसकी गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। जिससे उसके गला बुरी तरह से जख्मी हो गया। सतीश ने बताया कि वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही उक्त दो युवकों में से एक युवक भाग कर उसके बराबर वाली सीट पर आकर बैठ गया और गाड़ी लूटने का प्रयास करने लगा। दूसरे युवक ने आगे जाकर गाड़ी की नंबर प्लेट तोड़ दी। सतीश ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान गाड़ी बंद हो गई और वह उतर कर भागने लगा। उसने बताया कि गाड़ी चाबी के बजाय रिमोट से स्टार्ट होती है और गाड़ी का रिमोट उसके पास ही था। जिससे हमलावर गाड़ी को स्टार्ट नहीं कर पाए। जिसके कुछ समय बाद हमलावर वहां से भाग गए। जिसके बाद वह खुद गाड़ी को स्टार्ट कर उपचार के लिए दादरी के सरकारी अस्पताल में पहुंचा। इसी बीच सतीश ने घटना के बारे में अपने परिजनों को भी सूचित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व परिजन भी अस्पताल में पहुंचे। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे भिवानी रेफर कर दिया। फिलहाल दादरी पुलिस ने घायल के बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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हिम्मत से काम लिया सतीश ने
शनिवार देर शाम को दो युवकों द्वारा गले पर चाकू से वार करने व गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद सतीश ने हिम्मत नहीं हारी। बुरी तरह से घायल व काफी मात्रा में खून बहने के बावजूद भी सतीश खुद अपनी गाड़ी चलाकर करीब एक किलोमीटर दूर तक गाड़ी को खुद ही चलाकर लाया। अस्पताल में पहुंचने के बावजूद उसने किसी से मदद नहीं मांगी। सतीश खुद ही गाड़ी से उतर कर अस्पताल के अंदर आया और चिकित्सकों से उपचार करने को कहा। गनीमत रही कि रविवार को अस्पताल में होने वाले एक कार्यक्रम की तैयारियों के चलते सर्जन डा. चंद्रभान भी अस्पताल में ही मौजूद थे। जिसके चलते उन्होंने खुद ही घायल का उपचार किया।