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सेना की फर्जी मुहर बनाने वाला प्रिंटिंग प्रेस मालिक गिरफ्तार

- फर्जी लेफ्टिनेंट मामला : आरोपित के बिहार के गया स्थित घर पर भी की जाएगी जांच, टीम रवाना --------

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jun 2018 11:32 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 11:32 PM (IST)
सेना की फर्जी मुहर बनाने वाला प्रिंटिंग प्रेस मालिक गिरफ्तार
सेना की फर्जी मुहर बनाने वाला प्रिंटिंग प्रेस मालिक गिरफ्तार

- फर्जी लेफ्टिनेंट मामला : आरोपित के बिहार के गया स्थित घर पर भी की जाएगी जांच, टीम रवाना

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जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

सेना के फर्जी लेफ्टिनेंट अमित शर्मा की धोखाधड़ी में शामिल फर्जी मुहर बनाने वाले दिल्ली के नेहरू पैलेस प्रिं¨टग प्रेस मालिक को दादरी सिटी पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।

इस मामले में पुलिस अब आरोपित लेफ्टिनेंट को बिहार के गया स्थित उसके मकान पर भी लेकर जाएगी। सेना में कुक रहे शिवचरण शर्मा की पो¨स्टग बिहार के गया स्थित आर्मी हेड क्वार्टर में थी। वह अपने परिवार सहित गया में ही रहता था। शिवचरण की मृत्यु करीब 10 वर्ष पहले गया में ही हो गई थी। जिसके बाद से आर्मी के क्वार्टरों में ही उसका परिवार रह रहा है। फर्जी लेफ्टिनेंट अमित शर्मा शिवचरण का छोटा पुत्र है। आर्मी में भर्ती होने के कई बार प्रयास करने के बावजूद असफल रहने पर उसने फर्जी लेफ्टिनेंट बनने की ठानी। आर्मी कैंप से उसने लेफ्टिनेंट की वर्दी, आर्मी के बैज, गाड़ी पर लगने वाली प्लेट खरीदी तथा फर्जी लेफ्टिनेंट कर्नल बन गया। नकली वर्दी के सहारे उसने आर्मी के अधिकारियों से संपर्क बनाने शुरू किए। शुरुआत से ही आर्मी कैंप में रहने के कारण उसे पता था कि यदि वह अपनी पो¨स्टग कहीं फील्ड की बताएगा तो आसानी से उसका झूठ पकड़ में आ सकता है। ऐसे में उसने स्वयं को दिल्ली स्थित आर्मी के बेस अस्पताल मे कार्डियोलोजिस्ट चिकित्सक बताया। ऐसा करके वह कई क्षेत्रों में सेना के अधिकारियों से मिल चुका था। कार्डियोलोजिस्ट बताकर ही वह दादरी सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक कर्नल अजीत कुमार पिल्लई से मिला था। पहली बार उसने कर्नल को अपने झांसे में देकर अपनी मां को शहीद हवलदार की विधवा बताकर साढ़े छह लाख रुपये का चेक भी दिलवा दिया था। इसके बाद वह एक बार फिर से कर्नल पिल्लई से मिला, लेकिन इस बार कर्नल को उस पर शक हो गया। उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को इसके बारे में जानकारी देकर बेस अस्पताल में जांच की तो पता चला कि वहां पर अमित शर्मा नाम का कोई भी कार्डियोलोजिस्ट नहीं है। प्रि¨टग प्रेस संचालक काबू

कड़ाई से पूछताछ के दौरान अमित ने बताया कि उसने दिल्ली के नेहरू पैलेसे स्थित एक ¨प्र¨टग प्रेस से ये फर्जी मुहर बनवाई है। जिसके चलते पुलिस ने वहां पर दबिश देकर ¨प्र¨टग प्रेस संचालक कमल किशोर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को बुधवार दिन में न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। बिहार जाएगी टीम : एसएचओ

दादरी सिटी पुलिस थाना प्रभारी गौरव शर्मा ने बताया कि आरोपित अमित दिल्ली की निशानदेही पर फर्जी मुहर बनाने वाले ¨प्र¨टग प्रेस मालिक कमल किशोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अब आरोपित के बिहार के गया स्थित घर पर भी जांच की जाएगी। वहां के लिए टीम रवाना हो चुकी है। आरोपित से कड़ाई से पूछताछ जारी है ताकि इस पूरे रैकेट का खुलासा हो सके।

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