वाजिब मांगे पूरी न होने पर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने किया रोष प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
आंगनबाड़ी वर्कर्स की लंबे समय से चली आ रही मांगें पूरी नहीं होने से रोष।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी: आंगनबाड़ी वर्कर्स की लंबे समय से चली आ रही मांगें पूरी नहीं हो पाई है। ढाई माह से लंबित मांगे पूरी नहीं होने पर आंगनबाड़ी वर्कर्स में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है। इसी के चलते आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन द्वारा सोमवार को प्रेस सचिव अनिल श्योराण की अगुवाई में रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी महिलाएं सरकार के नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंची जहां उन्होंने दादरी सीटीएम सुरेश कुमार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर मांगें पूरी की अपील की। ज्ञापन देने पहुंची छोटा देवी, राजवंती, अनिल श्योराण, प्रेम कुमारी, सुशीला देवी, संतरो देवी इत्यादि ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर मार्च 2018 में सीएम के साथ सहमति बनी थी। उसके बाद सीएम द्वारा यूनियन पदाधिकारियों को उनकी मांगें शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन ढाई वर्ष का समय बीतने के बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। इसलिए उन्हें सीएम के नाम दोबारा ज्ञापन देना पड़ा है। सीटीएम ने आंगनबाड़ी वर्कर्स से ज्ञापन लेकर उन्हें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। बाक्स:
ये हैं मुख्य मांगें
आंगनबाड़ी वर्कर्स द्वारा सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की है कि कुशल, अकुशल श्रमिक मानते हुए हर 6 माह में उनकी सेलरी में बढ़ोतरी की जाए। आंगनबाड़ी हेल्परों को भी सभी सुविधाएं प्रदान की जाए। सीएम द्वारा वर्ष 2018 में की गई वेतन बढ़ोतरी 750 व 1500 रुपये को लागू किया जाए। आयु सीमा की शर्त को हटाकर हेल्पर से वर्कर व वर्कर से सुपरवाइजर को पदोन्नत किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में तब्दील किया जाए व शैक्षणिक योग्यता की शर्त हटाई जाए। सभी केंद्रों में गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाए जाए। मोबाइल फोन से बच्चों व अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप नहीं बनवाए जाए इत्यादि।