सभी युवा राष्ट्र निर्माण में योगदान दें: प्रो.आरके मित्तल
जागरण संवाददाता भिवानी राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने किसान मजदूर गरीब वर्ग के हितों की
जागरण संवाददाता, भिवानी:
राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने किसान मजदूर गरीब वर्ग के हितों की रक्षा राष्ट्र हित को सर्वोपरि मानते हुए की। हमें उनके जीवन से प्रेरणा ले राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। ये विचार चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के राष्ट्रऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी विकास एवं अध्ययन केन्द्र के सौजन्य से आयोजित विशेष संवाद कार्यक्रम में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने किसान की स्थिति में सुधार एवं किसान विकास के लिए किसान संघ की स्थापना की। उन्होंने विकेंद्रीयकरण और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने और मजदूरों के कल्याण के लिए मजदूर संघ तथा आत्मनिर्भरता एवं राष्ट्र विकास के लिए स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना की। उन्होंने हमें राष्ट्रीय सोच दी। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि हमें राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी की सोच,विचार एवं उनके जीवन आदर्शों को लेकर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने श्रम कल्याण की बात की उन्होंने प्रकृति एवं पर्यावरण संतुलन के साथ-साथ समान वितरण और सामाजिक समरसता की बात की उन्होंने हमें एक नई दिशा दिखाई। उन्होंने हमें पर्यावरण एवं प्रकृति प्रेम, राष्ट्र निर्माण एवं समाज विकास की राह दिखाई। हमारी भारतीय सनातन सोच ही वास्तव में राष्ट्रऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी की सोच थी।
कुलसचिव डा. जितेन्द्र भारद्वाज ने कहा कि कुलपति प्रो. आरके मित्तल के दिशा निर्देशन में विश्वविद्यालय के राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी विकास एवं अध्ययन केन्द्र द्वारा अनेक संवाद कार्यक्रम व वेबिनार करवाये गये हैं। अब इस संवाद केंद्र के सौजन्य से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाएंगे उन्होंने कहा कि हम वैसुधव कुटुंबकम के सिद्धांत पर चलकर सर्व कल्याण की बात करने वाले राष्ट्र के नागरिक हैं। मंच का संचालन संयोजक डा. उत्पल कुमार ने किया।