Move to Jagran APP

जिले में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 386 पर, दिनभर छाया रहा स्मॉग

दादरी में एक बार फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। बुधवा

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 07:02 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:02 AM (IST)
जिले में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 386 पर, दिनभर छाया रहा स्मॉग
जिले में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 386 पर, दिनभर छाया रहा स्मॉग

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी में एक बार फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। बुधवार को दादरी जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स 386 तकपहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह से एक्यूआइ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हवा प्रदूषित होने के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण दादरी जिले में चल रहे क्रशर जोन, माइनिग, जर्जर सड़कें, निर्माण कार्य, वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों को माना जा रहा है। जिससे वायु की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। जिससे सुबह की सैर भी लोगों के स्वास्थ्य पर बूरा असर डाल रही है। यहीं कारण है कि शहर केनिजी अस्पतालों के साथ ही सरकारी अस्पताल में भी ओपीडी बढ़ी हुई है। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से सांस, दमा, एलर्जी, फेफड़े व दिल के मरीजों की तकलीफें बढ़ गई हैं। फिलहाल बहुत खराब श्रेणी में

loksabha election banner

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बुलेटिन के अनुसार बुधवार को दादरी का एयर क्वालिटी इंडेक्स, एक्यूआइ 386 दर्ज किया गया। जो बहुत खराब की श्रेणी में आता है। एक्यूआइ का स्तर 0 से 50 के बीच ठीक माना जाता है। 51 से 100 के बीच में यह संतोषजनक स्तर पर होता है। 101 से 200 के बीच में इसे मोडरेट की श्रेणी में रखा जाता है। 201 से 300 के बीच खराब व 301 से 400 के बीच में बहुत खराब माना जाता है। लेकिन 401 से 500 के बीच में इसे अत्यंत गंभीर स्तर पर माना जाता है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक : सीएमओ

दादरी के सीएमओ डा. सुदर्शन पंवार ने बताया कि प्रदूषण का स्तर सेहत के लिहाज से बढ़कर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। खासतौर पर दमा के मरीजों, छोटे बच्चों, बुजुर्गो और गर्भवती महिलाओं का बचाव रखने की आवश्यकता है। सीएमओ ने कहा कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने से ओपीडी भी काफी बढ़ गई है। मौसम में हुए बदलाव से सरकारी अस्पताल में दमा, आंखों में जलन, खांसी, बुखार, अलर्जी व सांस की बीमारी के रोगी बढ़े हैं। डा. सुदर्शन पंवार ने कहा कि इस मौसम में लोगों को जितना हो सके घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। बाहर निकलने पर मुंह पर मास्क लगाना चाहिए। गर्म कपड़े पहनने चाहिए। झाड़ली पावर प्लांट, सीमेंट फैक्ट्रियों से बढ़ी समस्याएं

दादरी जिले के साथ लगते झाड़ली पावर प्लांट, इसी क्षेत्र में पिछले सालों स्थापित की गई कई सीमेंट फैक्ट्रियों के कारण भी पर्यावरण प्रदूषण की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। विशेषकर जब हवाओं का रूख झाड़ली से दादरी जिले की ओर होता है तो प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। दिनभर नहीं दिखाई दी धूप

बुधवार को भारी प्रदूषण व दादरी जिले का एक्यूआइ 386 होने से सुबह से शाम तक सूरज की धूप दिखाई नहीं दी। दोपहर दो बजे के बाद तो यहां स्मॉग के चलते देर सायं जैसा नजारा बना रहा। दिन के समय भी वाहन चालक हेडलाइट जलाकर सड़कों से गुजरते दिखाई दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.