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टोक्यो ओलिपिक के बाद सिर चढ़ कर बोलने लगा है नीरज चौपड़ा के भाले का क्रेज

टोक्यो ओलिपिक में गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चौपड़ा के भाले का क्रेज सिर

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 08:41 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 01:08 AM (IST)
टोक्यो ओलिपिक के बाद सिर चढ़ कर बोलने लगा है नीरज चौपड़ा के भाले का क्रेज
टोक्यो ओलिपिक के बाद सिर चढ़ कर बोलने लगा है नीरज चौपड़ा के भाले का क्रेज

सुरेश मेहरा, भिवानी : टोक्यो ओलिपिक में गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चौपड़ा के भाले का क्रेज सिर चढ़ कर बोलने लगा है। गांवों से लेकर शहर तक खेल मैदानों में अंडर 14 से 20 तक के बच्चों से एथलेटिक्स का क्रेज देखने को मिल रहा है। हरियाणा में अकेले जेवलिन थ्रो में खिलाड़ियों का क्रेज 60 प्रतिशत ज्यादा हुआ है। इसके अलावा एथलेटिक्स की बात करें तो इन खेलों में भी नए खिलाड़ियों का रुझान 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है। अंडर 16 और अंडर 18 में सबसे ज्यादा एथलेटिक्स और जेवलिन के खिलाड़ी बढ़े हैं। खेलों के हब हरियाणा के माता-पिता अपने बेटे बेटियों को ओलिपियन बनाने जुट गया है। अभिभावकों और नए खिलाड़ियों बढ़ता रुझान का असर ओलिपिक 2024 में पदकों के रूप में देखने को मिलेगा।

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23-24 अक्टूबर को दिल्ली में हुई जेवलिन थ्रो नेशनल चैंपियनशिप में हरियाणा के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था। इस प्रतियोगिता में हरियाणा के 17 खिलाड़ियों ने भाग लिया था और इनमें से नौ ने पदक जीते थे। महिला और पुरुष वर्ग में कुल 24 पदकों में से नौ पर हरियाणा का कब्जा होना दिखाता है कि हरियाणा को खेलों का हब यूं ही नहीं कहा जाता। इस चैंपियनशिप में अंडर 16, 18, 20 और पुरुष एवं महिला सीनियर कैटेगरी के मुकाबले हुए थे। अंडर 16 में हरियाणा की बेटियां पहले तीन स्थान पर रही थीं

टोक्यो ओलिपिक के बाद दिल्ली में जेवलिन थ्रो की हुई सबसे बड़ी चैपियनशिप में अंडर 16 वर्ग में तो हरियाणा की बेटियां टाप थ्री में रही थी। फतेहाबाद की बेटियों दीपिका ने स्वर्ण, मनीषा ने रजत और सपना ने कांस्य जीता था। अंडर 18 में हिमांशी ने कांस्य, अंडर 20 में शीतल ने रजत और ज्योति ने कांस्य जीता था। इसके अलावा लड़कों के वर्ग में अंडर 18 में सुमित ने रजत, अंडर 20 में विनीत ने कांस्य जीता था। महिला वर्ग सीनियर में प्रियंका के नाम कांस्य रहा था। बाक्स :

खेल प्रशिक्षकों की माने तो टोक्यो ओलिपिक के बाद प्रदेश के प्रत्येक जिला में एथलेटिक्स के प्रति खिलाड़ी ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इसमें नीरज चौपड़ा ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड जीता तो उसका असर हर माता पिता ओर बच्चों पर देखा जा सकता है। 300 से 500 तक खिलाड़ी प्रत्येक जिला में एथलेटिक्स में पसीना बहाते देखे जा सकते हैं।

- सत्यवीर धनखड, मीडिया प्रभारी, एथलेटिक्स हरियाणा।

बाक्स :

वैसे तो मुक्केबाजी, कुश्ती आदि सब खेलों का हरियाणा हब है। टोक्यो ओलिपिक में नीरज चौपड़ा के ज्वेलिन में गोल्ड जीतने के बाद युवाओं में एथलेटिक्स विशेष कर जेवलिन थ्रो खेल का क्रेज बढ़ा है। खेल नीति के तहत हरियाणा सरकार खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है।

- पंकज नैन, निदेशक, खेल विभाग हरियाणा।


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