प्रशासन ने मुख्यमंत्री घोषणाओं से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की
विकासात्मक योजनाओं तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणाओं के आधार पर कराए जा रहे कार्यों को पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारी गंभीरता बरतें।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले की विकासात्मक योजनाओं तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणाओं के आधार पर कराए जा रहे कार्यों को पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारी गंभीरता बरतें। ये निर्देश दादरी के उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा ने सोमवार को दादरी स्थित लघु सचिवालय सभागार में मुख्यमंत्री की ओर से घोषित परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिए। उपायुक्त ने कहा कि काम लंबित पड़ा रहे और संबंधित अधिकारी भी प्रयास छोड़ दे तो परियोजनाएं पूरी नहीं होंगी। परियोजनाओं पर काम के लिए लगातार प्रयास जरूरी हैं।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दादरी जिले के लिए 198 विकास घोषणाएं की हुई हैं। जिनमें से 72 पर कार्य जारी है और 81 कार्य पूरे कर लिए गए हैं। जिले में 39 विकास घोषणाएं ऐसी हैं जिन पर काम किन्हीं कारणों से शुरू नहीं हो पाया है। छह परियोजनाओं पर कार्य संभव नहीं है।
पोली क्लीनिक के लिए भूमि हो चिह्नित
बैठक में उपायुक्त ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी ऋषि दांगी को निर्देश दिए कि दादरी शहर के आसपास किसी गांव में तीन एकड़ भूमि चिह्नित की जाए यहां पशु चिकित्सा के लिए पोली क्लीनिक बनवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव महराणा में सब हैल्थ सेंटर बनाया जाना था जिस पर काम शुरू नहीं किया गया। डा. संजय गुप्ता ने बताया कि गांव में पंचायती हस्तक्षेप की वजह से जमीन खाली नहीं हो पा रही है। इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जमीन को खाली करवाने के लिए पुलिस का सहयोग लिया जाए। कस्बा कादमा में निर्माणधीन बस स्टैंड के बारे में परिवहन अधिकारी ने बताया कि इसका कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है।
उपायुक्त ने दादरी शहर के श्यामेसर सरोवर, सार्वजनिक सभागार, जिला पुस्तकालय, वरिष्ठ नागरिक भवन के बारे में भी पूछा। इस पर नगरपरिषद के अभियंता सुंदर श्योराण ने बताया कि श्यामेसर सरोवर के विषय में विभाग के शीर्ष अधिकारियों से बात करनी होगी। कोविड 19 के कारण अभी बड़े प्रोजेक्ट बंद हैं। शहर में उपयुक्त भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण नए भवन भी नहीं बनाए जा रहे हैं। अतिरिक्त उपायुक्त मो. इमरान रजा ने कहा कि दादरी की प्रमुख परियोजनाओं को पूरा करने के लिए शीघ्र ही उचित कदम उठाए जाएंगे। दादरी में बाल भवन, नारी निकेतन, महिला हास्टल को बनवाने के लिए उपायुक्त ने बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता सहारण को निर्देश दिए गए। कस्बा बाढड़ा में मृदा व पानी की जांच के लिए प्रयोगशाला बनवाए जाने के बारे में पंचायती राज के अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि यह लैब तीन माह में पूरी होगी।
10 दिन में पूरा होगा कालूवास माइनर निर्माण
सिचाई विभाग के एसडीओ राहुल छिल्लर ने बताया कि कालूवास माइनर का कार्य दस दिन में पूरा हो जाएगा। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी ऋषि दांगी ने बताया कि गांवों में 25 व्यायामशालाएं बनवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने 31 व्यायामशालाओं की घोषणाएं की थी। जिनमें से छह पर काम संभव नहीं था। जिला शिक्षा अधिकारी रामोतार शर्मा ने बताया कि गांव घिकाड़ा में राउवि का भवन 60 फीसद बन चुका है। गांव सरूपगढ़ में स्कूल की बिल्डिग बन चुकी है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर दादरी के एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह, बाढड़ा के एसडीएम प्रीतपाल सिंह, नगराधीश संदीप अग्रवाल, डीएसपी रामसिंह, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डा. जसवंत सिंह, शिक्षा अधिकारी कुलदीप फौगाट, कृषि अधिकारी डा. कृष्ण सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी मुकेश तंवर, सचिव सुरेश खोखर, एसडीओ विकास सहरावत भी उपस्थित रहे।