देश का हर बच्चा शिक्षित होगा तो बाल दिवस मनाना होगा सार्थक
संवाद सहयोगी, तोशाम : बाल दिवस को मनाना सही मायनों में तभी सार्थक होगा,जब देश का हर बच्चा श्ि
संवाद सहयोगी, तोशाम : बाल दिवस को मनाना सही मायनों में तभी सार्थक होगा,जब देश का हर बच्चा शिक्षित होगा। यह बात आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैरू के प्राचार्य एसएन पालीवाल ने स्कूल में बच्चों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बाल दिवस को बच्चों के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। आज देश में अशिक्षित, भूखे और गरीबी से ग्रस्त उन करोड़ों बच्चों को शिक्षा की जरूरत है। आधुनिकता की अंधी दौड़ में बाल दिवस के सही मायने बदलते जा रहे हैं। आज के समय में बाल दिवस मिठाई,चाकलेट बांटने और भाषणबाजियों तक ही सिमट गया है। पढ़ाई-लिखाई और खेलने-कूदने की उम्र में ये बच्चे दो वक्त की रोटी की तलाश करते हैं। यदि हमें बाल दिवस मनाना है तो सबसे पहले हमें गरीबी और अशिक्षा के गर्त में फंसे बच्चों को अपनी दुनियां में शामिल करना होगा। यदि हम सभी केवल एक गरीब अशिक्षित बच्चे को शिक्षित करने का बीड़ा उठा लें तो जल्द ही हमारा देश उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा।